‘किसान आत्महत्या करने को मजबूर हुए’
हेमंत सोरेन ने जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि किसान आत्महत्या तक करने को मजबूर हुए। इनके पास गरीबों और छात्रों के लिए पैसा नहीं है। लेकिन पूंजीपतियों का कर्ज माफ करने के लिए पैसा है। हमने अपने राज्य के लाखों किसानों का दो लाख रुपए तक कृषि ऋण माफ कर उन मेहनतकश किसानों को सशक्त करने का काम किया। उन्होंने दावा किया कि 23 नवंबर के दिन झारखंड की जनता की अबुआ (अपनी) सरकार बनेगी और लाखों ‘मंईयां’ (बहनों) के बैंक खाते में 1000 रुपए की जगह 2500 रुपए जाना शुरू हो जाएगा। अगले पांच सालों में सभी गरीब परिवार को एक-एक लाख रुपए की सहायता भी दी जाएगी। अगली सरकार में हम ऐसी योजना लाने जा रहे हैं कि किसी को प्रमाण पत्र के लिए बीडीओ और डीसी के दफ्तर नहीं जाना होगा। आपको घर से ही आय, जाति और आवासीय प्रमाण पत्र बनाकर दिया जाएगा।
महागठबंधन की सरकार बनेगी
सीएम हेमंत सोरेन ने कहा कि यह चुनाव एक महीने पहले हो रहा है। हमारी सरकार को अपना कार्यकाल पूरा नहीं करने दिया गया। इसके बावजूद झारखंड में फिर से महागठबंधन की सरकार बनने जा रही है। जब हमने विकास की योजनाओं को ‘सरकार आपके द्वार’ कार्यक्रम के जरिए घर-घर लोगों तक पहुंचाना शुरू किया तो यह भाजपा को नहीं पचा और उसने हमारी सरकार के लोगों को बहकाना शुरू किया। हमारी सरकार को गिराने की साजिश रची। लेकिन, वे सफल नहीं हो सके।