उमर अब्दुल्ला को दी ये नसीहत
उमर अब्दुल्ला को नसीहत देते हुए उन्होंने कहा कि उनके लिए यह बेहतर होगा कि वह इस बारे में बात करें कि लोगों के लिए क्या करेंगे। वह भाजपा के पोस्टर बॉय थे और विदेश मामलों के मंत्रालय में राज्य मंत्री थे। इस दौरान उन्होंने मानवाधिकार उल्लंघन और हत्याओं का बचाव किया था।
बाबरी मस्जिद की घटना को लेकर कही ये बात
जेकेपीसी अध्यक्ष सज्जाद लोन ने सवाल करते हुए कहा कि क्या वह उस समय को भूल गए हैं, जब बाबरी मस्जिद की घटना के बाद कोई बड़ा मुस्लिम नेता भाजपा के साथ बैठने के लिए तैयार नहीं था। लेकिन, उस वक्त उनके साथ जाने वाले दो बड़े नेता फारूक अब्दुल्ला और उमर अब्दुल्ला थे। उन्होंने कहा कि बरकती साहब जेल में हैं, उमर अब्दुल्ला को उन पर आरोप लगाने में शर्म आनी चाहिए।
उमर ने निर्दलीय उम्मीदवारों पर लगाए थे ये आरोप
आपको बता दें कि बीते दिनों उमर अब्दुल्ला ने निर्दलीय उम्मीदवारों पर हमला बोलते हुए कहा था कि इनका मकसद सिर्फ यह है कि वह 10-15 सीटें जीतकर भाजपा की झोली में डालें। इन निर्दलीय उम्मीदवारों के चुनाव लड़ने का सारा बंदोबस्त भाजपा से हो रहा है। हमें इन ताकतों से बचना होगा। जम्मू-कश्मीर में तीन चरणों में होंगे मतदान
उल्लेखनीय है कि जम्मू-कश्मीर में मतदान तीन चरणों में होंगे, पहले चरण के लिए मतदान 18 सितंबर, दूसरे चरण के लिए 25 सितंबर और अंतिम चरण के लिए 1 अक्टूबर को होगा। चुनाव परिणाम 8 अक्टूबर को घोषित किए जाएंगे।
90 सीटों पर 87.09 लाख मतदाता करेंगे वोटिंग
चुनाव आयोग के मुताबिक, जम्मू-कश्मीर में 90 निर्वाचन क्षेत्रों में 87.09 लाख मतदाता हैं। इनमें 42.6 लाख महिलाएं हैं। यहां पहली बार वोट देने वाले युवा मतदाताओं की संख्या 3.71 लाख है जबकि कुल मिलाकर 20.7 लाख युवा मतदाता हैं, जिनकी आयु 20 से 29 वर्ष के बीच है।