क्या बताया इसरो चीफ ने
सोमनाथ मंदिर में पूजा-अर्चना करने के बाद मीडिया से बात करते हुए इसरो चीफ एस सोमनाथ ने कहा “चंद्र मिशन चंद्रयान-3 का रोवर ‘प्रज्ञान’ वो काम कर चुका है जिसकी हम उम्मीद कर रहे थे। अगर रोवर अपने स्लीप मोड से जागने में असफल रहता है तो भी कोई दिक्कत की कोई बात नहीं है। अगर चंद्रमा पर अत्यधिक ठंडे मौसम के कारण इसके इलेक्ट्रॉनिक सर्किट क्षतिग्रस्त नहीं हुए हैं तो यह जाग जाएगा क्योंकि वहां तापमान शून्य से लगभग 200 डिग्री सेल्सियस नीचे चला गया था।”
मेरा नाम भी भगवान के नाम पर है
इसके बाद एस सोमनाथ ने बताया, “चंद्रमा पर सॉफ्ट लैंडिंग हमारा सपना था और भगवान सोमनाथ की कृपा से हम यह करने में सफल रहे। भगवान सोमनाथ के आशीर्वाद के बिना हमें सफलता नहीं मिलती। इसलिए मैं यहां आया हूं और मेरा नाम भी भगवान के नाम पर है। हमें अपने काम के लिए ताकत चाहिए। चंद्रमा पर लैंडिंग एक कार्य था। हमारे सामने कई और मिशन हैं, जिसके लिए हमें ताकत की जरूरत है। इसलिए मैं यहां भगवान का आशीर्वाद लेने आया हूं।”