डीआरडीओ की इस अस्त्र मिसाइल को सुखोई-30 एमकेआई, मिग 29 और तेजस लड़ाकू विमान में लगाया जा सकता है। इसे तेजस एमके2, एएमसीए और टेडबीएफ लड़ाकू विमान में भी लगाने की तैयारी है। वायुसेना पहले ही इस मिसाइल पर भरोसा जता चुकी है। यह मिसाइल दागने के बाद दुश्मन के हमले से बचने का समय देती है। इसे सैन्य भाषा में स्टैंड ऑफ रेंज कहा जाता है।
ये है मिसाइल की खासियत…
इसमें ऑप्टिकल प्रॉक्सीमिटी फ्यूज लगा है।
यही फ्यूज लक्ष्य पर पूरी नजर रखता है।
इस मिसाइल का वजन 154 किलोग्राम है।
इस मिसाइल की लंबाई 12.6 फीट है।
इस मिसाइल में कोई भी विस्फोटक लगा सकते है।
यह अपने साथ 15 किलोग्राम तक हथियार ले जा सकती है।
इस मिसाइल की रेंज 160 किलोमीटर है।
इस मिसाइल की रेंज 350 किलोमीटर तक बढ़ाने की तैयारी है।
यह 66 हजार फीट की ऊंचाई तक जाती है।
यह यह 5556.6 किलोमीटर की रफ्तार से दुश्मन का पीछा करती है।
सबसे खास बात यह है कि इसका टारगेट हवा में ही बदला जा सकता है।