हमने साम्राज्यों को हिला दिया
हमारे काम के कारण लगभग 100 व्यक्तियों पर दीवानी या आपराधिक आरोप लगाए गए हैं, जिनमें अरबपति और कुलीन वर्ग शामिल हैं। हमने कुछ ऐसे साम्राज्यों को हिला दिया जिन्हें हिलाने की ज़रूरत थी।-नैट एंडरसन, हिंडनबर्ग के संस्थापक
Adani पर आरोप लगाने वाली Hindenburg Research का ‘डब्बा गोल’! जानें वजह
राहुल की सोच माओवादियों वालीः
पूर्व केंद्रीय मंत्री और भाजपा नेता रविशंकर प्रसाद ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि कांग्रेस अब गंभीर राजनीतिक मुद्दों से भटक चुकी है। राहुल गांधी अर्बन नक्सल के चंगुल में फंसे हुए हैं। उनकी सोच माओवादियों वाली है। उन्होंने पूछा कि क्या कांग्रेस के अच्छे लोगों ने उन्हें समझाना बंद कर दिया है? भाजपा के आरोपों के बाद कांग्रेस के दिग्गज नेता भी राहुल के बचाव में सामने आए और कहा कि हिंडनबर्ग रिसर्च के बंद होने का मतलब आरोपों का गलत होना नहीं है।सेबी की रडार पर है हिंडनबर्ग
अदाणी ग्रुप पर रिपोर्ट को लेकर बदनाम शॉर्ट सेलर फर्म हिंडनबर्ग रिसर्च भारतीय नियामकों, जैसे भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) के रडार पर है। अदाणी ग्रुप पर रिपोर्ट में लगाए गए आरोपों को सुप्रीम कोर्ट भी खारिज कर चुका है। अदाणी समूह उन रिपोर्टों को सार्वजनिक रूप से उपलब्ध जानकारी का दुर्भावनापूर्ण, शरारती और जोड़-तोड़पूर्ण कर पूर्व-निर्धारित निष्कर्ष तक पहुंचने वाला करार दे चुका है।क्या हुआ था दो साल पहले
-जनवरी 2023 में, शॉर्ट-सेलर ने गौतम अदाणी के नेतृत्व वाले समूह पर गड़बडियों के आरोप लगाते हुए रिपोर्ट प्रकाशित की थी, जिसके कारण समूह की कंपनियों के बाजार मूल्य में लगभग 65 प्रतिशत यानी 12.4 ट्रिलियन रुपए की गिरावट आई थी। हालांकि बाद में सेबी ने अदाणी समूह को क्लीन चिट दे दी थी।-हिंडनबर्ग रिपोर्ट के कारण अदाणी एंटरप्राइजेज की 20,000 करोड़ रुपए की शेयर बिक्री को भी रोकने के लिए मजबूत होना पड़ा था। इसके अलावा, 2024 में, शॉर्ट-सेलर ने भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (सेबी) की अध्यक्ष माधवी पुरी बुच और उनके पति धवल बुच पर आरोप लगाए।
-हिंडनबर्ग के आरोपों से बाजार नियामक के लिए राजनीतिक तूफान भी खड़ा हो गया, जिसके बाद सेबी अध्यक्ष माधवी पुरी बुच और उनके पति पर जांच की निष्पक्षता और हितों के टकराव पर सवाल उठाते हुए कई आरोप लगाए गए। सेबी ने हिंडनबर्ग को कारण बताओ नोटिस भी भेजा था।
भारत के खिलाफ ली थी सुपारी
हिंडनबर्ग सुपारी लेकर भारत की अर्थव्यवस्था को बर्बाद करने और निजी मुनाफा कमाने की मंशा से काम कर रहा था। उस पर अमरीका में जांच चल रही है। सुप्रीम कोर्ट ने भी इस रिपोर्ट को दरकिनार किया है लेकिन, यहां पर राहुल गांधी, एक पार्टी के विरोध में उतरते उतरते, भारत की इकोनॉमी के खिलाफ उतर गए।-शहजाद पूनावाला, भाजपा प्रवक्ता
कंपनी बंद होने से क्लीन चिट नहीं
“कंपनी के बंद होने का यह मतलब नहीं है कि पूर्व में आई हिंडनबर्ग की रिपोर्ट में लगाए गए आरोपों पर अदाणी समूह को क्लीनचिट मिल गई। कांग्रेस अब भी जेपीसी की मांग पर अड़े हुए हैं। मामला बहुत गहरा है। पीएम के करीबी दोस्तों को अमीर बनाने के लिए विदेश नीति का दुरुपयोग किया जा रहा है।”-जयराम रमेश, कांग्रेस महासचिव
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