भूस्खलन से माध्यमिक विद्यालय की इमारत मलबे में तब्दील हो गई। गांव में स्थित प्राथमिक विद्यालय की इमारत भी भूस्खलन से क्षतिग्रस्त हो गई। इस बीच, पास के एक घर की ऊपरी मंजिल भी बह गई। इससे पहले, राज्य के राजस्व मंत्री जगत सिंह नेगी ने कहा कि भारी बारिश और बादल फटने से राज्य में भारी नुकसान हुआ है। राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (NDRF), पुलिस और होमगार्ड राहत कार्यों में सक्रिय रूप से शामिल हैं, लापता व्यक्तियों का पता लगाने के लिए ड्रोन का इस्तेमाल किया जा रहा है।
Himachal landslide : बादल फटने से रामपुर में लापता हैं 36 लोग
इससे पहले शिमला जिले के रामपुर के झाकड़ी क्षेत्र से सटे समेज गांव में बादल फटने से 36 लोग लापता हैं। 31 जुलाई की देर रात से ये 36 लोग लापता हैं। इन लोगों को बचाने के लिए जिला प्रशासन ने शुक्रवार सुबह 5:30 बजे बचाव कार्य शुरू किया। डीसी अनुपम कश्यप और पुलिस अधीक्षक संजीव कुमार गांधी सुबह ही मौके पर पहुंच गए। इसके बाद उपायुक्त ने पूरे बचाव अभियान की निगरानी की और पल-पल की रणनीति बनाकर काम को गति दी।
IMD Rain Alert : मौसम विभाग ने जारी किया है अलर्ट
क्षेत्रीय मौसम विभाग ने पहाड़ी राज्य के अलग-अलग इलाकों में भारी से बहुत भारी बारिश, गरज के साथ बारिश और बिजली गिरने का ऑरेंज अलर्ट जारी किया था। बारिश का दौर 6 अगस्त तक जारी रहने की उम्मीद है। मौसम विभाग ने कुल्लू, सोलन, सिरमौर, शिमला और किन्नौर जिलों के संवेदनशील इलाकों में संभावित भूस्खलन और अचानक बाढ़ की चेतावनी दी है। निचले इलाकों में तेज हवाओं और जलभराव के कारण बागानों, खड़ी फसलों, कमजोर संरचनाओं और कच्चे घरों को नुकसान पहुंचने का भी खतरा है।