सोरेन परिवार में फूट
लोकसभा चुनाव से पहले झारखंड में झारखंड मुक्ति मोर्चा (जेएमएम) को एक बड़ा राजनीतिक झटका लगा। जेएमएम के संस्थापक और आदिवासी समाज के बड़े नेता माने जाने वाले शिबू सोरेन की बड़ी बहू सीता सोरेन मंगलवार को भाजपा में शामिल हो गईं। भाजपा राष्ट्रीय महासचिव विनोद तावड़े और झारखंड के चुनाव प्रभारी लक्ष्मीकांत वाजपेयी एवं अन्य नेताओं की मौजूदगी में सीता सोरेन ने मंगलवार को पार्टी मुख्यालय में भाजपा का दामन थाम लिया।
भाजपा राष्ट्रीय महासचिव विनोद तावड़े ने सीता सोरेन को आदिवासी समाज की बड़ी और महत्वपूर्ण महिला नेता बताते हुए पार्टी में उनका स्वागत किया और साथ ही यह भी दावा किया कि उनके आने से पार्टी को आगामी चुनावों में झारखंड में फायदा होगा।
सोशल मीडिया पर बयां किया दर्द
सीता सोरेन ने पार्टी से इस्तीफे की जो चिट्ठी पार्टी के केंद्रीय अध्यक्ष यानी अपने ससुर शिबू सोरेन को लिखी, उसमें उन्होंने अपना दर्द बयां करते हुए लिखा, “मैं अत्यंत दुखी हूं। मेरे पति दुर्गा सोरेन झारखंड आंदोलन के अग्रणी योद्धा और महान क्रांतिकारी थे। उनके निधन के बाद से ही मैं और मेरा परिवार लगातार उपेक्षा का शिकार रहे हैं। पार्टी और परिवार के सदस्यों द्वारा हमें अलग-थलग किया गया है, जो कि मेरे लिए अत्यंत पीड़ादायक रहा है। मैंने उम्मीद की थी कि समय के साथ स्थितियां सुधरेगी, परंतु दुर्भाग्यवश ऐसा नहीं हुआ। मुझे झारखंड मुक्ति मोर्चा और इस परिवार को छोड़ना होगा।”