केंद्र सरकार के शहरी विकास मंत्रालय ने राज्यों को मॉडल नियम जारी करते हुए इसे लागू करने का आग्रह किया था।
ऐसे बनें भवन, ये हो सुविधाएं
1.एक से अधिक मंजिल वाली बिल्डिंग में पर्याप्त जगह वाली लिफ्ट और उसमें ऑडियों-विज्युअल दिशा-निर्देश की व्यवस्था के साथ व्हीलचेयर भी हो।
2.घरों में सोलर या अन्य गैर-प्रदूषणकारी ऊर्जा स्रोतों का उपयोग।
3. सीढ़ियां छोटी हों और रैंप की सुविधा हो।
4. विशेष डिजाइन के रसाेईघर में प्राकृतिक प्रकाश और वेंटिलेशन की व्यवस्था।
5. टॉयलेट पेपर रोल डिस्पेंसर मजबूत हों।
6. बाथरूम और रसोई में अनिवार्य पावर बैकअप।
7. प्रवेश द्वार, बाथरूम, बैडरूम और लिविंग स्पेस में अलग-अलग स्विच के साथ अलार्म सिस्टम।
8. इंटरकॉम सुविधा के साथ हर प्रवेश और निकास द्वार पर सुरक्षा गार्ड की तैनाती। दमकल का इंतजाम।
9. लिफ्ट सहित सभी क्षेत्रों में सीसीटीवी कैमरे हों, इनकी नियमित निगरानी हो।
10. दमकल व अन्य इमरजेंसी फोन नम्बर मौजूद हों।