गोवा में धार्मिक पर्यटन को मिले बढ़ावा
उन्होंने कहा कि काशी विश्वनाथ कॉरिडोर बनने के बाद एक साल के अंदर 8 करोड़ पर्यटक बनारस पहुंचे जबकि गोवा में सिर्फ 73 लाख लोग। हमें गोवा में पर्यटकों की संख्या बढ़ाने के लिए धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा क्यों नहीं दिया जाना चाहिए? उन्होंने कहा कि मंदिरों की पवित्रता को बनाए रखने वाले धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा दिया जाना चाहिए। इसके अलावा रमेश शिंदे ने कहा कि गोवा में कुछ स्थानों पर ट्रस्टियों, महाजनों, पुजारियों आदि के बीच विवाद चल रहे हैं।
‘मंदिरों के झगड़े आपस में बैठकर सुलझा लें’
उन्होंने कहा कि आज की तारीख में भारत की अलग अलग अदालतों में 5 करोड़ से ज्यादा मामले लंबित हैं और न्याय पाने के लिए लोगों को पीढ़ियों तक इंतजार करना पड़ता है। ऐसे में मंदिरों को अपने विवादों को खुद ही बैठकर सुलझा लेना चाहिए।
यह भी पढ़ें – भारत के लोगों को कॉमेडी और खेल देखना सबसे ज्यादा पसंद, ब्रिटेन में बुजुर्गों की टीवी में रह गई रुचि