नई दिल्ली। संयुक्त किसान मोर्चा की एक बड़ी मीटिंग आज मंगलवार 9 अक्टूबर को होने जा रही है। यह मीटिंग दोपहर 3 बजे से दिल्ली-हरियाणा की कुंडली बॉर्डर पर होगी। इस मीटिंग में सभी किसान नेता और मोर्चे के सदस्य शामिल होंगे। पिछले साल नवंबर से केंद्र सरकार के कृषि कानूनों के खिलाफ और उन्हें वापस लेने की मांग के साथ चल रहे किसान आंदोलन को एक साल पूरा होने वाला है। ऐसे में किसान आंदोलन को एक साल पूरा होने से कुछ समय पहले की मीटिंग करना एक बड़ी बात है।
यह भी पढ़े – “5 साल चल सकता है किसान आंदोलन” – राकेश टिकैतकिसान आंदोलन से संबंधित अहम फैसले लिए जा सकते हैं मीटिंग में केंद्र सरकार के कृषि कानूनों के विरोध में चल रहे किसान आंदोलन को इस महीने एक साल पूरा हो जाएगा। दिल्ली से लगी कुछ बॉर्डरों पर आंदोलन कर रहे किसान अपनी मांग मनवाकर कृषि कानूनों को रद्द करवाना चाहते हैं। सरकार पहले ही कह चुकी है कि कृषि कानून रद्द नहीं किए जाएंगे। हालांकि सरकार इन कानूनों में संशोधन के लिए किसानों से बातचीत के लिए शुरू से तैयार है। एक से ज़्यादा बार बातचीत के बाद भी किसान पीछे हटने को तैयार नहीं हो रहे हैं। करीब-करीब एक साल से चल रहे किसान आंदोलन को हाल ही में टीकरी बॉर्डर और गाज़ीपुर बॉर्डर पर से दिल्ली पुलिस द्वारा बैरिकेडिंग हटाने से और कई किसानों के भी वापस लौटने से झटका लगा है। ऐसे में किसान नेता राकेश टिकैत सरकार को 26 नवंबर तक का अल्टीमेटम भी दे चुके है। ऐसे में आज दोपहर 3 बजे से कुंडली बॉर्डर पर होने वाली संयुक्त किसान मोर्चा की मीटिंग में किसान आंदोलन के विषय में मोर्चे द्वारा सख्त और अहम फैसले लिए जा सकते हैं।