नहीं मिल रही खाद
हालांकि उन्होंने खाद नहीं मिलने का आरोप लगाया है और अपनी फसलों की बुआई को लेकर चिंता जाहिर की है। खाद वितरण केंद्र पर किसानों की भीड़ को देखते हुए पुलिस का सहारा लेना पड़ रहा है। वितरण केंद्र पर खाद लेने पहुंचे किसान शमशेर सिंह, प्रदीप महाराणा और महिला किसान अनिता देवी ने पत्रकारों को बताया कि कई दिनों से लगातार लाइन में खड़े होने और काफी मशक्कत के बाद उनको खाद मिल पा रहा है।
हर किसान को मिलेगा डीएपी खादों के तीन-तीन बैग
वहीं ‘दी जमींदारा सोसाइटी’ के प्रबंधक राजेश कुमार ने पर्याप्त मात्रा में डीएपी खाद उपलब्ध होने का दावा किया है। उन्होंने बताया कि प्रत्येक किसानों को डीएपी खादों के तीन-तीन बैग दिए जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि अगर किसानों के मांग की बात करें तो अभी 20 हजार डीएपी खाद के बैग की डिमांड है, जैसे-जैसे जो खाद के बैग आ रहे हैं, वैसे-वैसे जरूरतमंद किसानों को वितरित किया जा रहा है। बता दें कि चरखी दादरी में रबी फसलों के बीज के बुआई का सीजन शुरू होते ही यहां पर खाद की दुकानों के सामने किसानों की लंबी-लंबी लाइनें दिखाई दे रही हैं, जिसमें महिलाएं भी शामिल हैं। खाद लेने के लिए इतनी मारामारी है कि लंबी लाइनों को नियंत्रित करने के लिए पुलिस का सहारा लेना पड़ रहा है। किसानों का आरोप है कि लंबी लाइनों में कई घंटों तक खड़े होने के बाद भी उनको खाद नहीं मिल पा रहा है।