दरअसल स्वास्थ्य संबंधी परेशानियों के कारण एनसीपी नेता नवाब मलिक को अस्पताल में भर्ती कराया गया था। हालांकि, अब उन्हें छुट्टी मिल गई है और वे फिर से ईडी की हिरासत में हैं।
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महाराष्ट्र के मंत्री और एनसीपी नेता नवाब मलिक ने ईडी के खिलाफ दर्ज मनी लॉन्ड्रिंग मामले को रद्द करने के लिए कोर्ट में अपील की है। मलिक ने अपनी याचिका में कहा है कि उनकी गिरफ्तारी अवैध है। इसी आधार पर उन्होंने तुरंत रिहाई की मांग की है।
केंद्रीय एजेंसियों के दुरुपयोग का आरोप
याचिका में मलिक ने कहा कि ‘मैं पहला नहीं हूं, जिसे निशाना बनाया गया है। यह देशभर में चिंता बढ़ाने वाला ट्रैंड है, जहां सत्ता में बैठी पार्टी की तरफ से केंद्रीय एजेंसियों का दुरुपयोग किया जा रहा है।’
दरअसल बीते बुधवार को एनसीपी नेता को ईडी ने गिरफ्तार किया था। उन पर दाऊद इब्राहिम के करीबी से संपत्ति खरीदने का आरोप है। इसके अलावा मनी लांड्रिंग से जुड़े मामले में भी ईडी जांच कर रही है।
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने मलिक की गिरफ्तारी के बाद बताया कि, नवाब मलिक ने कथित रूप से मुनिरा प्लंबर से 300 करोड़ रुपए का प्लाट कुछ लाख रुपए में एक कंपनी के जरिये हड़पा था। इस कंपनी का नाम सॉलिड्स इन्वेस्टमेंट प्रा.लि. है और कंपनी का मालिक मलिक परिवार है।
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