खुद को न कोसें लेट-लतीफ शादी वाले, आपके बच्चे हो सकते हैं सुपर जीनियस
Late marriage: देश-दुनिया के तमाम शोध कहते हैं कि ज्यादा उम्र के माता-पिता के बच्चों में सुपर जीनियस होने की संभावना 30 फीसदी अधिक होती है। पढ़िए अरुण कुमार की खास रिपोर्ट…
Late marriage: जिंदगी की भागदौड़, पढ़ाई और नौकरी तक देश के युवा 30 की उम्र लांघ जाते हैं। इसके बाद शादी और बच्चों तक औसतन उम्र 32 से 35 साल हो जाती है। बच्चा जब पहली कक्षा में जाता है तो वे 40 के हो जाते हैं। ऐसे में पारिवारिक दबाव के बीच उन्हें एक बात कचोटती है कि जब वे रिटायर होंगे तो उनका बच्चा मात्र 18 साल का होगा। लेकिन उन्हें निराश होने की जरूरत नहीं है। देश-दुनिया के तमाम शोध कहते हैं कि ज्यादा उम्र के माता-पिता के बच्चों में सुपर जीनियस होने की संभावना 30 फीसदी अधिक होती है।
हाल में इंटरनेशनल जर्नल ऑफ एपिडेमियोलॉजी और पीडियाट्रिक्स पत्रिका में प्रकाशित एक अध्ययन में पाया गया कि 35 या अधिक उम्र की माताओं से जन्मे बच्चों में 30 या उससे कम उम्र की माताओं के बच्चों की तुलना में बुद्धिमता और सफलता की संभावनाएं ज्यादा होती हैं। अध्ययन में यह भी कहा गया कि 25 साल से कम उम्र की महिलाओं के बच्चे अक्सर बिगड़ैल, जिद्दी और आराम तलब होते हैं। गर्भावस्था के दौरान मां की परिपक्वता, धैर्य और आत्मविश्वास का प्रभाव उनके बच्चे पर भी पड़ता है।
महानगरों में बढ़ रही शादी की उम्र
वूमेन हेल्थ जरनल में प्रकाशित शोध के अनुसार देश के महानगरों में उच्च शिक्षा, कॅरियर, लिव-इन रिलेशन और विवाह पूर्व यौन संबंधों के चलते शादी की औसत उम्र 26.4 है। महानगरों में करीब 18 फीसदी से अधिक लोग 30-32 की उम्र तक विवाह करते हैं। देश के शहरी क्षेत्रों में विवाह की औसत आयु 23.4 और ग्रामीण क्षेत्रों में 22.3 वर्ष है।
ज्यादा जीती हैं देरी से मां बनी महिलाएं
अध्ययन बताते हैं कि अधिक उम्र की माताओं में अपने बच्चों के लिए जिंदा रहने की लालसा ज्यादा होती है। इसीलिए वे खान-पान और स्वास्थ्य का विशेष ध्यान रखती है। जिन महिलाओं का अंतिम बच्चा 33 वर्ष की आयु के बाद होता है, उनकी 95 वर्ष की आयु तक जीने की संभावना उनकी तुलना में दोगुनी होती है जिनका अंतिम बच्चा 33 वर्ष की आयु से पहले होता है।
माता-पिता के अनुभवों से बच्चे मजबूत
बड़ी उम्र में माता-पिता के संघर्षों का लाभ बच्चों को ज्यादा मिलता है। उम्र के साथ माता-पिता की समझदारी, अनुभव, धैर्य, आत्मविश्वास, वित्तीय स्थिरता बच्चे को मजबूत बनाती है। अध्ययनों से यह भी पता चलता है कि 35 या इससे ज्यादा उम्र के माता-पिता का मानसिक स्वास्थ्य उनके युवा समकक्षों की तुलना में बेहतर होता है।
यूरोपीय देशों में शादी की उम्र सबसे ज्यादा
दुनियाभर के देशों में विवाह की औसत आयु 19 से 33 वर्ष तक है। मध्य अफ्रीका के देशों में सबसे कम औसतन 19 वर्ष लोग शादी कर लेते हैं। वहीं, यूरोप में विवाह की औसत उम्र सबसे अधिक 30 साल है। स्लोवानिया की महिलाएं दुनिया में औसतन सबसे देरी 34 साल और पुरुष 36 वर्ष की उम्र में शादी करते हैं।
बिहार में आज भी सबसे ज्यादा बाल विवाह
लैंसेट में प्रकाशित भारत में बाल विवाह पर एक अध्ययन में देश भर में बाल विवाह में समग्र कमी दर्ज की गई है। हालांकि देश के चार राज्यों- बिहार में 16.7 फीसदी, पश्चिम बंगाल में 15.2 फीसदी, उत्तर प्रदेश में 12.5 फीसदी और महाराष्ट्र में 8.2 फीसदी मामलों के साथ देश के आधे से अधिक बाल विवाह के मामले इन्हीं चार राज्यों में होते हैं।