स्थानीय पुलिस ने माना की उसे शिकायत पत्र मिला था 23 नवंबर, 2020 को श्रद्धा वाल्कर ने तुलिंज पुलिस स्टेशन में एक लिखित शिकायत दी थी। जिसमें उसने कहा था कि कैसे आफताब ने उसे मारने और टुकड़ों में काटने की धमकी दी थी। पत्र के खुलासे के बाद स्थानीय पुलिस ने ने इस बात को विधिवत स्वीकार भी किया। पुलिस ने कहा कि हालांकि उसने मामले की जांच की थी, लेकिन श्रद्धा ने बाद में अपनी शिकायत वापस ले ली और एक और पत्र दिया, जो इस मुद्दे को समाप्त करने का संकेत था।
पत्र के शब्द बताते थे की वो कितनी दुखी थी पत्र में लिखे शब्दों से यह अंदाजा लगाया जा सकता है कि, वह कितनी दुखी थी। उसने लिखा कि, आफताब उसकी पिटाई करता है, उसे ब्लैकमेल करता है। और उसकी हत्या करने और उसके शरीर के टुकड़े-टुकड़े करने की धमकी भी देता है।
आखिरकार आशंका सच साबित हुई अब लगभग दो साल बाद यह सब 12 नवंबर को आफताब की गिरफ्तारी के साथ सच साबित हुआ। 18 मई को दिल्ली में आफताब ने उसके शरीर को कई टुकड़ों में काट दिया और फिर कई हफ्तों में उन टुकड़ों को ठिकाने लगा दिया।
गाली देता और पिटाता था श्रद्धा वाल्कर (25 वर्ष) ने अपने पत्र के जरिए बताया कि, कैसे वह और 26 वर्षीय आफताब विजय विहार कॉम्प्लेक्स में एक साथ रह रहे थे। लेकिन वह छह महीने से उसे गाली दे रहा था। और उसकी पिटाई कर रहा था। आज उसने मुझे मारने की कोशिश की। उसने मुझे डरा दिया और ब्लैकमेल किया कि वह मुझे मार डालेगा, मेरे टुकड़े-टुकड़े कर देगा और मुझे फेंक देगा।
पुलिस के पास जाने की हिम्मत नहीं थी उसने पत्र में लिखा, छह महीने हो गए हैं, वह मुझे लगातार पीट रहा है। मुझमें पुलिस के पास जाने की हिम्मत नहीं थी क्योंकि वह मुझे जान से मारने की धमकी देता है।
आफताब के माता-पिता को मालूम था कि, वो मुझे मारता था श्रद्धा ने यह भी बताया कि, आफताब के माता-पिता जानते हैं कि वह मुझे मारता है और उसने मुझे मारने की कोशिश की। वे हमारे साथ रहने के बारे में भी जानते हैं। और वे सप्ताहांत पर हमसे मिलने आते हैं। मैं आज तक उसके साथ रहती आई हूं क्योंकि हम जल्द ही शादी करने वाले हैं। और मुझे उसके परिवार का आशीर्वाद भी हासिल है।
पुलिस को जांच से मना किया स्थानीय मीडिया के अनुसार, एक पुलिस अधिकारी वसई पूर्व में उसके घर में भी गया था। जहां युवा जोड़ा रहता था। लेकिन उसने स्पष्ट रूप से कहा कि वह इस मामले को आगे नहीं बढ़ाना चाहती है।
पुलिस ने दी सफाई चूंकि उसने अपनी पिछली शिकायत को वापस लेने के लिए पहले ही एक पत्र दिया था। इसलिए पुलिस ने कहा कि, वे उसे मामले को आगे बढ़ाने के लिए मजबूर नहीं कर सकते हैं।