25 लाख मांगे थें, रकम घटाकर 20 में हुआ लेनदेन
CBI सूत्रों ने बताया कि जब ज्वेलर के बेटे ने 25 लाख रुपए देने में असमर्थता जताई तो ED मुख्यालय में तैनात संदीप सिंह ने रकम घटाकर 20 लाख रुपए कर दी। सीबीआइ को ज्वेलर से इसकी शिकायत मिलने पर ED अफसर के खिलाफ जाल बिछाया गया। जब वह ज्वेलर के बेटे से 20 लाख रुपए ले रहा था, उसे गिरफ्तार कर लिया गया। संदीप सिंह पहले केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (CBDT) में सेवारत था। उसे पिछले साल मई में ईडी का सहायक निदेशक नियुक्त किया गया था। दिल्ली में सीबीआइ ने रिश्वतखोरी के खिलाफ अभियान छेड़ रखा है। कुछ दिन पहले दो अलग-अलग मामलों में चार गिरफ्तारियां की गई थीं। इनमें एक मामला मकान बनाने से जुड़ा था। इसमें दो एमसीडी कर्मचारियों ने बिना बाधा मकान बनाने की एवज में 70 हजार रुपए की रिश्वत मांगी थी। बाद में मामला 65 हजार रुपए में तय हुआ। सीबीआइ ने जाल बिछाकर आरोपियों को रंगे हाथों पकड़ा था। दूसरे मामले में सीबीआइ ने नांगलोई सब-रजिस्ट्रार ऑफिस में दलाल के रूप में काम करने वाले किशन राणा उर्फ पवन राणा और भोला को पकड़ा था। दोनों पर लोगों से सब-रजिस्ट्रार ऑफिस में काम कराने की एवज में पैसा लेने का आरोप है।
पिछले साल भी पकड़े गए थे 8 अफसर
रिश्वत के मामले में इससे पहले भी ईडी के अफसरों पर कार्रवाई हो चुकी है। आबकारी घोटाले मामले में दिल्ली के व्यवसायी अमन ढल्ल को बचाने के लिए पांच करोड़ रुपए की रिश्वत लेने के आरोप में अगस्त 2023 में सीबीआइ ने ईडी के एक सहायक निदेशक समेत छह अफसरों को गिरफ्तार किया था। राजस्थान के भ्रष्टाचार विरोधक ब्यूरो ने नवंबर 2023 में दो ईडी अफसरों नवल किशोर मीणा और बाबूलाल मीणा को 15 लाख रुपए की रिश्वत लेने के आरोप में गिरफ्तार किया था।