आपको बता दें कि 6 जनवरी को नवनिर्वाचित एमसीडी परिषद की पहली बैठक महापौर और उपमहापौर के चुनाव के बिना स्थगित करना पड़ा था। क्योंकि पहले 10 ‘एल्डरमेन’ को शपथ दिलाने के पीठासीन अधिकारी के फैसले पर आम आदमी पार्टी और भारतीय जनता पार्टी के पार्षदों के बीच झड़प हो गई थी।
पिछली बार छह जनवरी को एमसीडी मेयर, डिप्टी मेयर स्टैंडिंग कमेटी का चुनाव सिविक सेंटर में था। जैसे ही उपराज्यपाल द्वारा घोषित पीठासीन अधिकारी भाजपा की सत्य शर्मा ने शपथ ग्रहण किया, वैसे ही आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं की ओर से नारे लगने लगे और फिर भाजपा के पार्षदों की ओर से भी नारे लगने लगे और देखते ही देखते यह नारेबाजी हंगामा और मारपीट में तब्दील हो गई।
दिल्ली एमसीडी मेयर चुनाव के लिए अब जारी होगी नई डेट, सदन स्थगित, जानें आखिर मामला क्या था?
दिल्ली को आज महिला मेयर मिल सकती हैं। राजधानी को 10 साल बाद पूरे शहर के लिए महिला मेयर मिलने जा रही है। साल 1958 में दिल्ली नगर निगम का गठन हुआ था। उसी साल पहली मेयर के रूप में स्वतंत्रता सेनानी अरुणा आसफ अली चुनी गई थीं। जबकि लॉ स्कॉलर रजनी अब्बी 2011 में MCD के तीन हिस्सों में बंटवारे से पहले आखिरी मेयर थीं।