गुरुवार को वायु गुणवत्ता ‘बहुत खराब’ श्रेणी में रही। बताया जा रहा है कि हवा में सुधार को लेकर फिलहाल अगले तीन-चार दिन कोई उम्मीद नहीं दिख रही है। हालांकि सरकारें सख्ती से प्रदूषण की समस्या से निपटने के लिए कड़े कदम उठा रही हैं।
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Delhi Air Pollution: वर्क फ्रॉम होम के पक्ष में नहीं केंद्र सरकार, सुप्रीम कोर्ट में बताया दूसरा तरीका राजधानी दिल्ली की वायु गुणवत्ता में लगातार गिरावट जारी है। हवा में जहर के चलते सांसों पर संकट गहराता जा रहा है। मौसम पूर्वानुमान और अनुसंधान प्रणाली (SAFAR) के मुताबिक गुरुवार सुबह दिल्ली की वायु गुणवत्ता सूचकांक ( Delhi AQI ) 362 रहा।
पाबंदियों से फिलहाल राहत नहीं
वायु प्रदूषण के चलते दिल्ली सरकार ने अगले आदेश तक स्कूल और अन्य शैक्षणिक संस्थान बंद रखने और आवश्यक सेवाओं के अलावा, बाहर से आने वाले वाहनों के शहर में प्रवेश पर प्रतिबंध लगा दिया है। तमाम पाबंदियों के बाद भी फिलहाल बड़ी राहत दिखाई नहीं दे रही है।
दिल्ली-NCR में लगी ये पाबंदियां
वायु प्रदूषण पर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई से पहले, वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग ( CAQM ) ने निर्देश दिया था कि राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (NCR) में स्कूल, कॉलेज और शैक्षणिक संस्थान अगले आदेश तक बंद रहेंगे। हालांकि ऑनलाइन क्लासेस की इजाजत रहेगी।
आयोग ने निर्देश दिया कि दिल्ली के 300 किलोमीटर के दायरे में स्थित 11 पावर प्लांट में से केवल पांच प्लांट ही 30 नवंबर तक चालू रहेंगे। प्रदूषण पर रोकथाम के लिए बॉर्डर पर ट्रकों को रोकना शुरू कर दिया गया है। पुलिस गैर जरूरी ट्रकों को टिकरी बॉर्डर पर ही रोक रही है। बता दें कि 21 नवंबर तक गैर जरूरी ट्रकों को दिल्ली में प्रवेश पर प्रतिबंध लगाया गया है।
Delhi-NCR में AQI की स्थिति
दिल्ली-एनसीआर में वायु गुणवत्ता सूचकांक ( AQI ) की बात करें तो दिल्ली में-362, फरीदाबाद में 350, गाजियाबाद में 368, ग्रेटर नोएडा में 358, गुरुग्राम में 354 और नोएडा में 369 रहा। यहां वायु गुणवत्ता ‘बहुत खराब’ श्रेणी में रही।
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