मामले का ऐसे हुआ खुलासा
बता दें कि विधार्थियों को विलंब से नाश्ता दिए जाने का मामला प्रकाश में तब आया था, जब वेल्लोर जिले के कलेक्टर वी.आर. सुब्बुलक्ष्मी मंगलवार को औचक निरीक्षण करने स्कूल पहुंचे थे। वेल्लोर जिला शिक्षा विभाग ने आईएएनएस को इस बारे में जानकारी देते हुए कहा कि जब जिला कलेक्टर सुबह 9 बजे औचक निरीक्षण करने स्कूल पहुंची थी, तब सभी बच्चे स्कूल परिसर में घूम रहे थे।
जानिए किसका कर रहे थे इंतजार
बताया जा रहा है कि कथित तौर पर बच्चों को बताया कि वो शिक्षकों और हेडमास्टर का इंतजार कर रहे थे कि वो कब आएंगे और कब उन्हें नाश्ता देंगे। इस बीच कलेक्टर ने बच्चों से पूछा कि क्या उन्हें प्रतिदिन ही विलंब से नाश्ता दिया जाता है?, तो इस पर बच्चों ने कहा कि देरी से नाश्ता देना अब रोज का नियम बन चुका है। वहीं, क्लास में भी सिर्फ दो ही शिक्षक पढ़ाने आते हैं। जिला शिक्षा अधिकारियों के अनुसार, कलेक्टर ने तुरंत स्कूल शिक्षकों के निलंबन आदेश जारी किए।
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