चुनाव आयोग पर भ्रमित करने का लगाया आरोप
कांग्रेस ने चिट्ठी में लिखा कि जैसा कि शुरू में कहा गया है, हमें इस बात पर आश्चर्य नहीं है कि भारत के निर्वाचन आयोग ने हमारी शिकायतों की जांच की है और खुद को क्लीन चिट दे दी है। मशीनों की बैटरी में उतार-चढ़ाव के प्रश्न का उत्तर स्पष्ट करने के बजाय भ्रमित करने का प्रयास करता है। किसी भी दर पर ईसीआई का जवाब विशिष्ट शिकायतों पर विशिष्ट स्पष्टीकरण के बजाय मशीनों के काम करने के तरीके पर एक मानक और सामान्य सेट से अधिक कुछ नहीं है। जबकि हमारी शिकायतें विशिष्ट थीं, ईसीआई की प्रतिक्रिया सामान्य थी और शिकायतों तथा याचिकाकर्ताओं को कम करने पर केंद्रित थी।
चिट्ठी पर इन नेताओं के हस्ताक्षर
कांग्रेस द्वारा चुनाव आयोग को लिखी तीन पन्नों की चिट्ठी पर संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल, अशोक गहलोत, भूपेंद्र सिंह हुड्डा, अजय माकन, अभिषेक मनु सिंघवी, उदय भान, प्रताप बाजवा, जयराम रमेश और पवन खेड़ा के हस्ताक्षर हैं।
चुनाव आयोग ने दिया था यह जवाब
हरियाणा चुनाव में ईवीएम में गड़बड़ी से जुड़े कांग्रेस के आरोपों को चुनाव आयोग ने खारिज कर दिया था। चुनाव आयोग ने चुनाव में किसी भी तरह की अनियमितता के बारे में कांग्रेस के आरोपों को निराधार, गलत और तथ्यहीन बताया था। चुनाव आयोग ने कहा कि EVM पूरी तरह से सुरक्षित है और बैटरी का नतीजों पर कोई असर नहीं पड़ता है। ऐसे में आरोप बेबुनियाद है और उसमें तथ्यों की कमी है। साथ ही चुनाव आयोग ने कांग्रेस को चुनाव पर निराधार आरोपों से दूर रहने के लिए भी कहा था।
कांग्रेस ने लगाए थे ये आरोप
हरियाणा में 90 विधानसभा सीटों के लिए 8 अक्टूबर को मतगणना हो रही थी। इस दौरान कांग्रेस ने कहा था कि कुछ ईवीएम मशीनों की बैटरी 99 फीसदी चार्ज थी और कुछ मशीनों की बैटरी 60 से 80 फीसदी थी। बीजेपी को उस जगह अधिक वोट मिले जहां पर बैटरी 99 प्रतिशत चार्ज थी जबकि कांग्रेस को उस जगह वोट मिले जहां बैटरी 60 से 80 प्रतिशत तक चार्ज थी।