पहले भी बदले गए नाम
चीनी नागरिक मामलों के मंत्रालय ने 2017 में अरुणाचल प्रदेश में छह जगहों के नामों की बदलने की पहली लिस्ट जारी की थी। इसके बाद 2021 में 15 स्थानों के दूसरी लिस्ट और 2023 में तीसरी लिस्ट जारी कर 11 स्थानों के नाम बदले गए। अब चौथी लिस्ट में 30 जगहों के नाम बदले हैं।
पीएम की यात्रा के बाद बयानबाजी
पिछले माह प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अरुणाचल प्रदेश की यात्रा के बाद से ही चीन की बयानबाजी शुरू हो गई। पीएम मोदी ने 9 मार्च को प्रदेश में 13 हजार फीट की ऊंचाई पर बनी सेला सुरंग का उद्घाटन किया था। इस यात्रा को लेकर चीन राजनयिक स्तर पर भी विरोध जता चुका है।
मैं आपके घर का नाम बदल दूं तो…जयशंकर
विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने चीन को कड़े शब्दों में फटकार लगाई है। सोमवार को साउथ गुजरात चैंबर ऑफ कॉमर्स में बोलेते हुए जयशंकर ने कहा, अगर मैं आपके घर का नाम बदल दूं तो क्या वह मेरा हो जाएगा? अरुणाचल प्रदेश भारत का राज्य था और रहेगा। नाम बदलने से कोई फर्क नहीं पडऩे वाला।
कांग्रेस ने पीएम से मांगा जवाब
कांग्रेस ने चीनी चालों पर पीएम से जवाब मांगा है। पार्टी ने एक्स पर लिखा, लद्दाख के साथ ही अरुणाचल प्रदेश में चीन लगातार भारतीय जमीन पर कब्जा कर रहा है। जगहों के नाम बदल रहा है, लेकिन प्रधानमंत्री मोदी खामोश हैं। वे (मोदी) अपने ही सांसद तापीर गाव की बात नहीं सुनते, जिन्होंने कहा कि अगर कहीं दूसरा डोकलाम होगा तो अरुणाचल प्रदेश में होगा।