क्या कहते हैं अधिकारी
राचकोंडा के पुलिस आयुक्त तरुण जोशी ने बताया कि बच्चों को कथित तौर पर गरीब परिवारों से लाकर उन्हें 1.8 लाख से 5.5 लाख रुपये में बेचा गया था। 2 महीने से दो साल तक की उम्र के 13 शिशुओं को बचाया गया है और एक आरएमपी डॉक्टर सहित 11 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। गिरफ्तार किए गए सभी लोग तेलंगाना और पड़ोसी आंध्र प्रदेश के रहने वाले हैं। उनसे पूछताछ में पता चला कि उन्हें दिल्ली और पुणे के तीन लोग बच्चे सप्लाई कर रहे थे।वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि कुछ लोग दिल्ली और पुणे से लाए गए बच्चों को अवैध रूप से ले जा रहे थे और उन्हें विजयवाड़ा और हैदराबाद में बेच रहे थे। वो जोड़े जो कानूनी पचड़ों के कारण गोद लेने में देरी नहीं करना चाहते थे, वे उनसे बच्चों को खरीद रहे थे और उनके लिए 4 से 5 लाख रुपये देने को तैयार थे। बचाए गए बच्चों की उम्र दो महीने से तीन साल के बीच है। इनमें से नौ बच्चियां हैं जबकि बाकी चार लड़के हैं। अधिकारी ने बताया कि जब तक उनके असली माता-पिता नहीं मिल जाते, तब तक उन्हें बाल कल्याण विभाग को सौंप दिया जाएगा।