‘दिन में 18 घंटे काम, आधी रात को फोन…’ पूर्व EY कर्मचारी ने बताई वर्क कल्चर की डरावनी कहानी
Ex EY employee shares workplace horror stories: अर्न्स्ट एंड यंग (EY) कंपनी में जॉब मिलने के चार महीने बाद 26 साल की चार्टर्ड अकाउंटेंट (CA) अन्ना सेबेस्टियन पेरायिल (CA Anna Sebastian Death) की मौत हो गई। EY के एक्स एम्पलाई
CA Anna Sebastian Death Case: अर्न्स्ट एंड यंग (EY) कंपनी में जॉब मिलने के चार महीने बाद 26 साल की चार्टर्ड अकाउंटेंट (CA) अन्ना सेबेस्टियन पेरायिल की मौत हो गई। कथित तौर पर काम के दबाव में एम्पलाई की मौत में 4 कंपनियों की कुख्यात कार्यशैली के रहस्य उजागर किए हैं। Ernst & Young (EY) इंडिया बड़ी वैश्विक लेखा फर्म मानी जाती है। श्रम मंत्रालय ने मामले की जांच के आदेश दिए हैं। चार कंपनियों का जिक्र अब हो रहा है, उनमें डेलोइट, PwC, KPMG और EY शामिल हैं। अन्ना सेबेस्टियन पेरायिल की मां का एक लेटर भी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (पूर्व में Twitter) पर वायरल हो रहा है। ऑगस्टीन ने अपनी बेटी की मौत के लिए अत्यधिक काम के बोझ”को जिम्मेदार ठहराया। EY इंडिया के अध्यक्ष राजीव मेमानी के लिंक्डइन पोस्ट पर प्रतिक्रिया देते हुए, EY के एक पूर्व कर्मचारी ने फर्म के साथ अपने भयानक अनुभव के बारे में बात की।
अर्न्स्ट एंड यंग इंडिया के अध्यक्ष राजीव मेमानी को लिखे एक पत्र में अन्ना सेबेस्टियन पेरायिल की मां, अनीता ऑगस्टिन ने EY के वर्क कल्चर की आलोचना की थी और कहा था कि उनकी बेटी पर हार्ड वर्क का बोझ इस हद तक था कि उसे सोने के लिए भी मुश्किल से समय मिलता था। एना देर रात तक काम करती थी। वीकेंड में भी लॉग इन करती थी, उसे अतिरिक्त कार्य सौंपे जाते थे। उसके मैनेजर उसे बार-बार फोन करते थे। वह अक्सर अपने PG में इतनी थकी हुई पहुंचती थी कि वह अपने कपड़े बदले बिना ही बिस्तर पर गिर जाती थी और सो जाती थी।
EY के अध्यक्ष राजीव मेमानी ने क्या कहा
अर्न्स्ट एंड यंग इंडिया के अध्यक्ष राजीव मेमानी ने कल एक लिंक्डइन पोस्ट में EY कर्मचारी अन्ना सेबेस्टियन की मौत को संबोधित करते हुए कहा कि वह इस घटना से बहुत दुखी हैं। अन्ना इस साल मार्च में EY इंडिया की ऑडिट और एश्योरेंस टीम में शामिल हुई थी। चार महीने बाद उसकी मृत्यु हो गई। वह केवल 26 वर्ष की थी।
पूर्व कर्मचारी ने शेयर किए भयानक एक्सपीरिएंस
राजीव मेमानी के लिंक्डइन पोस्ट पर प्रतिक्रिया देते हुए, ईवाई के एक पूर्व कर्मचारी ने फर्म के साथ अपने “भयानक” अनुभव के बारे में बात की। EY के एक निदेशक ने उससे प्रतिदिन 17 से 18 घंटे काम करने को कहा। जब उन्होंने निदेशक की शिकायत HR से की तो उनकी शिकायत का कोई समाधान नहीं हुआ। कर्मचारी ने कहा, ‘जब मैंने एचआर को इसकी सूचना दी, तो उसने सुझाव दिया कि यह ग्राहकों की मांगों के कारण हो सकता है। यहां तक कि जब मैं अपनी चिंताओं को व्यक्त करने की कोशिश कर रहा था, तब भी मेरे सहकर्मी अक्सर टीम मीटिंग के दौरान मेरा मजाक उड़ाते थे।’ उन्होंने कहा कि अफ्रीका में 6 महीने तक ऑनसाइट काम करना एक भयानक अनुभव था। वहां उनके मैनेजर टीम से प्रतिदिन कम से कम 10 घंटे काम कराते थे, यहां तक कि सप्ताहांत पर भी। हिंदू त्योहारों के दौरान मीटिंंग होती थी। मेरे एंगेजमेंट मैनेजर ने हमसे लगभग दो महीने तक लगातार सुबह 9 बजे से शाम 7 बजे तक काम करवाया, जिसमें वीकेंड भी शामिल था।’