1. वंदे भारत में या किसी भी सेमी हाई स्पीड ट्रेन में कोई गरीब यात्रा नहीं करता है।
2. इस बजट में जरूरत की ट्रेनों के संचालन को लेकर कोई भी बात नहीं की गई है।
3. बजट में यात्रियों के किराये में कोई कटौती नहीं की गई है और न ही आम ट्रेनों में कोई बढ़ोतरी की गई है।
4. लंबे समय से अलीगढ़-दिल्ली के बीच एक इंटरसिटी ट्रेन चलाने की मांग पर भी ध्यान नहीं दिया गया है।
5. कर्मचारियों के भत्ते और डीए बंद कर दिए हैं और इनकम टैक्स में भी कोई रियायत नहीं दी गई है।
6. नई नौकरी के सृजन की कोई घोषणा नहीं
7. रेलवे के रिक्त पदों को भरने की भी कोई घोषणा नहीं की गई है।
8. अब रेल बजट की पिंक बुक का रेलवे कर्मचारी और यात्री इंतजार कर रहे हैं।
रेलवे के लिए क्या था बजट में?
1. निर्मला सीतारमण ने कहा कि अगले 3 वर्षों में 400 नई पीढ़ी की वंदे भारत ट्रेनों का विकास विनिर्माण किया जाएगा। ये ट्रेनें ऊर्जा क्षमता और यात्रियों के सुख अनुभव की दृष्टि से बेहद महत्वपूर्ण साबित होंगी।
2. वित्त मंत्री ने अपने भाषण में रेलवे सेक्टर में ‘एक स्टेशन एक उत्पाद’ की योजना पर बल दिया जिससे स्थानीय कारोबार तथा आपूर्ति श्रृंखला को लाभ होगा।
3. वित्त मंत्री ने कहा, पीएम गति शक्ति मास्टर प्लान के तहत अगले तीन वर्षों के दौरान 100 कार्गो टर्मिनल विकसित किए जाएंगे।
4. वित्त मंत्री ने माल ढुलाई कॉरीडोर (DFC) के लिए 15710.14 करोड़ रुपये का आवंटन किया
5. पटरियों के नवीनीकरण के लिए 13335.47 करोड़, गेज परिवर्तन के लिए 2850 करोड़, नई लाइन के लिए भी 25243 करोड़ रुपये और दोहरीकरण के लिए 12108 करोड़ रुपये आवंटित किये गए हैं।
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