2023 में 69 ड्रोन बरामद
बीएसएफ के द्वारा उपलब्ध कराए गए डाटा से पता चलता है कि इनमें से अधिकांश ड्रोन ‘मेड इन चाइना हैं। चार रोटर युक्त विभिन्न मॉडाल के ड्रोन क्वाडकॉप्टर डिजाइन के हैं। आंकड़ों के मुताबिक, बीएसएफ ने इस साल 1 जनवरी से 31 अक्तूबर के बीच भारत की पश्चिमी सीमा पर पंजाब, राजस्थान और जम्मू सीमा से गुजरने वाले कुल 69 ऐसे ड्रोन जब्त किए हैं।
इन 69 ड्रोनों में से 60 पंजाब सीमा और नौ राजस्थान सीमा से जब्त किए गए। सबसे ज्यादा अक्तूबर में पंजाब सीमा से 19 और राजस्थान सीमा दो ड्रोन पकड़े गए। हालांकि, जून में 11 ड्रोन जब्त किए गए थे। मई में सात, फरवरी, जुलाई और सितंबर में छह-छह ड्रोन पकड़े गए। अगस्त में पांच, मार्च और अप्रैल में तीन-तीन और जनवरी में एक ड्रोन जब्त किया।
तीन साल में 93 ड्रोन जब्त
आंकड़ों से पता चलता है कि जनवरी, मार्च, अप्रैल और मई में राजस्थान सीमा से कोई ड्रोन बरामद नहीं हुआ। 1 जनवरी 2020 से इस साल 31 अक्तूबर तक बीएसएफ ने कुल 93 ड्रोन जब्त किए हैं। उनमें से केवल एक ड्रोन जून 2020 में और एक दिसंबर 2021 में जम्मू सीमा से जब्त किया गया था। 3323 किलोमीटर लंबी भारत-पाकिस्तान सीमा पर तैनात बीएसएफ जवानों ने ये बरामदगी गुप्त सूचना मिलने के बाद राज्य पुलिस के साथ निकट समन्वय से की।
ड्रग्स और हथियार भेजते है पाक तस्कर
बीएसएफ के एक अधिकारी ने बताया कि पाकिस्तान में तस्कर इन ड्रोनों को थोड़ी मात्रा में हेरोइन, 500 ग्राम से 1 किलोग्राम तक लेकर भारत में भेजते हैं। ये ड्रोन रात में उड़ाकर भारत-पाकिस्तान अंतर्राष्ट्रीय सीमा को आसानी से पार कर जाते हैं।
बीएसएफ के जवान इनपुट के आधार पर तुरंत तलाशी अभियान शुरू करते हैं। पाकिस्तानी तस्करों ने नशीले पदार्थों की तस्करी के लिए ड्रोन का उपयोग विशेष रूप से भारत के पंजाब सीमांत में किया। इन मानव रहित हवाई वाहनों (यूएवी) की बरामदगी तरनतारन, अमृतसर, फिरोजपुर, गुरदासपुर और अबोहर जिलों से की गई थी।
क्या है चाइना कनेक्शन
अधिकारियों ने जानकारी देते हुए बताया कि पाकिस्तान के तस्कर जिस ड्रोन से भारत में तस्करी करते है। उनमें से अधिकतर मेड इन चाइना होते है। इसके पीछे कारण ये होता है कि चाइनीज ड्रोन अन्य ड्रोन्स के मुकाबले काफी सस्ते होते है। ऐसे में अगर ड्रोन बीएसएफ के हाथों लग भी जाता है को तस्करों को ज्यादा नुकसान नहीं होता है।