मोदी की नीतियों से प्रशंसक हैं युवा
भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जमाल सिद्दीकी ने कहा कि कुछ महीने से हर विधानसभा और लोकसभा क्षेत्र में मुस्लिम समाज के प्रबुद्ध लोगों को मोदी मित्र अभियान से जोड़ा जा रहा है। मोदी मित्र अब पीएम मोदी की नीतियों के जरिए मुस्लिम समाज का विश्वास जीतने की दिशा में कार्य कर रहे हैं। मुस्लिम बहुल बूथों पर भाजपा को वोट दिलाने में मोदी मित्र अहम भूमिका निभाएंगे।
मोदी के प्रशंसक अब मोदी मित्र बनकर उतरेंगे मैदान में
भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा का मानना है कि पढ़े-लिखे मुस्लिम सीधे भाजपा से जुड़कर कार्य नहीं करना चाहते, लेकिन वे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की विकास योजनाओं के कारण उनके प्रशंसक हैं। ऐसे में बगैर भाजपा से उन्हें सर्टिफिकेट दिया जा रहा है। जुड़े हुए पीएम मोदी के प्रशंसक अब चुनावी राज्यों में इन मोदी मुस्लिमों को मोदी मित्र बनाकर मित्रों को उतारा गया है।
अभियान का जिम्मा बीजेपी के अल्पसंख्य मोर्चा के सिर
मोदी मित्र अभियान का जिम्मा भाजपा के ही अल्पसंख्यक मोर्चा को सौंपा गया है। इस अभियान का मकसद ज्यादा से ज्यादा मुसलमानों को बीजेपी से जोड़ना है। पार्टी ने इसकी शुरुआत उत्तर प्रदेश के देवबंद से की है। क्योंकि देवबंद में इस्लामिक शिक्षा के लिहाज से बड़ा केंद्र है। पार्टी जानती है कि अगर देवबंद से इस अभियान को ज्यादा से ज्यादा मुसलमानों तक पहुंचाया जाए तो फायदा पार्टी को ही होगा। मोदी मित्र को इसी साल 29 अप्रैल को लॉन्च किया गया था।
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किस राज्य से कितनी सीटें
बीजेपी यह भी संदेश देना चाहती है कि मुस्लिमों का एक पढ़ा-लिखा वर्ग पार्टी के साथ है। भाजपा असल में मोदी मित्र अभियान की मदद से उन लोगों को जोड़ने की कोशिश कर रही है जो पार्टी से भी नहीं जुड़े हैं। बीजेपी ने मोदी मित्र की मदद से देश की मुस्लिम बाहुल्य 65 लोकसभा सीटों को चुना है। सूची में यूपी की 13 सीटें- बिजनौर, अमरोहा, कैराना, नगिना, संभल, मुजफ्फरनगर, रामपुर जैसी सीटें शामिल हैं। वहीं, पश्चिम बंगाल से 13, जम्मू-कश्मीर से 5, बिहार से 4, केरल-असम से प्रत्येक 6 सीटें और मध्य प्रदेश से 3, हरियाणा और तेलंगाना से 2-2 सीटों को चुना है।