बीजेपी के प्रवक्ता संबित पात्रा ने कहा अब सेना के अधिकारियों को कहना पड़ रहा है कि आगजनी और हिंसा के लिए इस देश में कोई स्थान नहीं है, हिंसा मत करिए। दिल्ली के जंतर मंतर पर कांग्रेस नेताओं द्वारा अग्निपथ योजना के खिलाफ किए गए सत्याग्रह के दौरान प्रियंका गांधी द्वारा दिए गए बयान का हवाला देते हुए सांबित पात्रा ने आरोप लगाया कि आज प्रियंका गांधी ने स्वयं कहा कि उनका मकसद सिर्फ सरकार को गिराना है। संबित पात्रा ने आगे कहा कि भाजपा ने कहा कि राहुल गांधी, प्रियंका गांधी समेत कांग्रेस नेताओं को देश के युवाओं पर भरोसा नहीं है।
भाजपा मुख्यालय में मीडिया से बात करते हुए पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा ने कांग्रेस समेत अन्य विरोधी दलों पर निशाना साधते हुए कहा कि 1989 में पहली बार इस पर चर्चा शुरू हुई और लंबे विचार-विमर्श के बाद युवाओं के हित, राष्ट्रीय सुरक्षा और सेना की औसत आयु कम करने (युवा बनाने) को लेकर यह अग्निपथ योजना लाई गई है, लेकिन इसका भी विरोध किया जा रहा है। आखिर विपक्ष चाहता क्या है?
बता दें कि कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी वाड्रा ने अग्निपथ विरोध के समर्थन में कांग्रेस के ‘सत्याग्रह’ में कहा यह स्कीम देश के युवाओं को मार डालेगी, सेना को खत्म कर देगी। इस सरकार की मंशा देखें और इसे हटाए। आप लोग ऐसी सरकार लाएं जो देश के प्रति सच्ची हो, देश की संपत्ति की रक्षा करे। मैं आपसे शांतिपूर्ण विरोध करने का आग्रह करती हूं लेकिन रुकना नहीं।
यह भी पढ़ेंः अग्निपथ स्कीमः कांग्रेस का सत्याग्रह, राहुल गांधी बोले- युवाओं को मिला सिर्फ पकोड़े तलने का ज्ञान
कांग्रेस के सत्याग्रह पर पर प्रतिक्रिया देते हुए संबित पात्रा ने कहा कि जब हमारी वायुसेना के पास विमान नहीं थे, उस समय भी 10 सालों तक तबकी कांग्रेस सरकार ने वायुसेना में एक भी विमान नहीं जोड़ा। कांग्रेस के उस समय के रक्षा मंत्री ए.के. एंटनी का एक ही मंत्र था नो वर्क-नो हेडेक। यहां तक कि पड़ोसी देश को शक्तिशाली बताते हुए उनके डर के कारण बॉर्डर इंफ्रास्ट्रक्च र तक को मजबूत नहीं किया और डोकलाम विवाद के समय तो राहुल गांधी चीनी टैंट में पकड़े गए थे।
यह भी पढ़ेंः ‘अग्निपथ आंदोलन’ के बीच सेना की PC, कहा- उपद्रवियों को नहीं मिलेगा मौका, वापस नहीं होगी यह स्कीम
भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि जिस प्रकार सेना की कॉन्फ्रेंस में लेफ्टिनेंट जनरल पूरी ने अग्निपथ योजना को समझाया है। उसके बाद अब इसे लेकर कोई संशय नहीं रहना चाहिए। उन्होंने कहा कि सेना से बाहर होने वाले 75 प्रतिशत अग्निवीरों के भविष्य को लेकर भी सरकारी प्रावधानों को साफ कर दिया गया है। उल्लेखनीय हो कि आज भारतीय सेना के तीनों अंगों के अधिकारियों ने पीसी कर अग्निपथ स्कीम को लेकर जानकारी दी थी।