मेहमानों के लिए नई चादर बिछानी पड़ती है
लोकसभा का टिकट कटने के बाद दक्षिणी दिल्ली से सांसद भाजपा सांसद रमेश बिधूड़़ी का भी दर्द छलक उठा हुआ है। रविवार को मीडिया से बात करते हुए उन्होंने इशारों इशारों में अपना दर्द बयां किया और कहा कि कई बार बाहर से आए मेहमानों के लिए नई चादर बिछाई जाती है और घर के सदस्य पुरानी पर ही सोते हैं। हालांकि बिधूड़ी ने आगे कहा कि बीजेपी बड़ी पार्टी है परिवारों की पार्टी नहीं है। और हम लोग कार्यकर्ता हैं जो विचारों के लिए लड़ते हैं। पार्टी में जब भी बाहर से लोग आते हैं तो उनके लिए वैसा ही है जैसे बाहर से आए मेहनामों के लिए नई चादर बिछाई जाती है और परिवारवालों को पुरानी पर ही सोना होता है क्योंकि घर में मेहमान आए होते हैं। मेहमानों के लिए परिवारवालों को ही दिल मजबूत करके सम्मान करके रखना होता है।
वो मेहमान हम घर के लोग
उन्होंने कहा, ये तो मेहमान है और हम घर के लोग हैं। कभी कभी मेहमानों के लिए नई और साफ सुथरी चादर बिछानी होती है। लेकिन हमें घर की इज्जत रखनी है और मान सम्मान को बढ़ाना है। हम उसके लिए ही काम करने वाले लोग हैं।
टिकट कटने से नाराज पूर्व केंद्रीय मंत्री ने लिया सन्यास
वहीं, दिल्ली की चांदनी चौंक सीट से सांसद और पूर्व केंद्रीय मंत्री डॉ हर्षवर्धन का भी पार्टी ने टिकट काट दिया है। इससे नाराज होकर उन्होंने सक्रिय राजनीति से सन्यास ले लिया। बता दें कि भाजपा ने शनिवार को जब अपने 195 उम्मीदवारों की सूची जारी की तो उसमें चांदनी चौक सीट का भी नाम था। लेकिन पार्टी ने इस बार इस सीट से दो बार के सांसद डॉ हर्षवर्धन की जगह प्रदीप खंडेलवाल को अपना उम्मीदवार बनाया है।