भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने भी अमर जवान ज्योति से जुड़ी खबरों का खंडन किया। उन्होंने अपने ट्विटर पर लिखा, “अमर जवान ज्योति की लौ को लेकर तरह-तरह की भ्रांतियां फैलाई जा रही हैं, परंतु सत्य ये है कि अमर जवान ज्योति की लौ बुझ नहीं रही है। इसे राष्ट्रीय युद्ध स्मारक में ज्वाला में विलीन किया जा रहा है।”
संबित पात्रा ने आगे लिखा कि “यह विडंबना ही है कि जिन लोगों ने 7 दशकों तक राष्ट्रीय युद्ध स्मारक नहीं बनाया, वे अब हमारे शहीदों को स्थायी और उचित श्रद्धांजलि देने पर हंगामा कर रहे हैं।”
संबित पात्रा ने अपने अन्य ट्वीट में लिखा, “1971 और उसके पहले और बाद के युद्धों सभी जान गंवाने वाले भारतीय जवानों के नाम नैशनल वॉर मेमोरियल में रखे गए हैं, इसलिए वहां युद्ध में जान गंवाने वाले भारतीय जवानों को देने वाली ज्योति का होना ही सच्ची ‘श्रद्धांजलि’ है।”
विपक्षी नेताओं ने की केंद्र सरकार की आलोचना
अमर जवान ज्योति के विलय पर कदम की विपक्षी नेताओं ने केंद्र सरकार की व्यापक आलोचना की। राहुल गांधी ने केंद्र सरकार पर हमला करते हुए ट्वीट में कहा था, “बहुत दुख की बात है कि हमारे वीर जवानों के लिए जो अमर ज्योति जलती थी, उसे आज बुझा दिया जाएगा। कुछ लोग देशप्रेम व बलिदान नहीं समझ सकते- कोई बात नहीं…हम अपने सैनिकों के लिए अमर जवान ज्योति एक बार फिर जलाएँगे!”
वहीं, राजद ने अपने ट्विटर अकाउंट से ट्वीट कर लिखा, “जो नोटबंदी जैसी सनक से करोड़ों युवाओं/व्यापारियों के जीवन की “लौ” समाप्त कर चुका हो उसे इंडिया गेट पर 50 वर्षों से जल रही “अमर जवान ज्योति” से क्या लेना-देना? ये लोग सत्ता में आए ही है संविधान और इतिहास मिटाने। अब भुगतों- भक्तों।”
बता दें कि 50 साल से जल रही अमर जवान ज्योति को नैशनल वॉर मेमोरियल पर जल रही लौ में विलय किया जाएगा। ये इंडिया गेट से महज 400 मीटर की दूरी पर ही स्थित है।
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