पार्टी ने युवा आरजेडी के अध्यक्ष मोहम्मद कारी सोहैब, महिला प्रकोष्ठ की प्रदेश महासचिव मुन्नी देवी और अशोक कुमार पांडेय को अपना उम्मीदवार बनाया है। तीनों का राजद से पुराना संबंध है। इन तीन उम्मीदवारों की घोषणा में सबसे चौंकाने वाला नाम मुन्नी देवी उर्फ मुन्नी रजक का रहा। मुन्नी देवी नालंदा बख्तियारपुर की रहने वाली हैं, जो रजत समुदाय से आती हैं।
अपने नाम की घोषणा होने के बाद मुन्नी देवी ने राबड़ी आवास पहुंचकर लालू प्रसाद यादव, राबडी देवी का आशीर्वाद लिया। दरअसल, आज लालू यादव के बड़े पुत्र और पूर्व स्वास्थ्य मंत्री तेज प्रताप यादव मुन्नी देवी को उनके घर से बुलाकर अपने आवास ले गए। उन्हें गीता दिया और कहा, ‘तुम इसको हमेशा अपने साथ रखना।’ उन्हें बताया गया कि MLC का उम्मीदवार बनाया जा रहा है।
मुन्नी देवी ने बताया, “हमें तो पता ही नहीं था कि हमको क्यों बुलाया जा रहा है। मेरे पास ना मोबाइल है, ना कुछ है। अगल-बगल से मोबाइल पर फोन आया और हमको बुलाया जाने लगा। हमको तो डर लग रहा था। काहे हमको बुला रहे हैं लोग। लेकिन हमको उठाकर यहां लेकर आ गए और आज जो हमको गिफ्ट मिला है, वह बहुत बड़ा गिफ्ट है।”
मुन्नी देवी ने कहा, “जब मुझे फोन कर बुलाया गया था, तो मुझे लगा आज वट सावित्री पूजा है, इसलिए कोई उपहार दिया जाएगा। सपने में भी नहीं सोचा था कि विधान परिषद भेजने का फैसला किया जाएगा। मेरा अभी तक न कोई अपना घर है, न कोई जमीन। भाड़े के घर में रहती हूं और दूसरों के कपड़े साफ कर आज भी गुजारा करती हूं। पूरा परिवार आज भी कपड़ा धोकर ही अपनी जिंदगी काटते हैं। ऐसी गरीब महिला को टिकट देकर RJD ने साबित कर दिया कि हर किसी का ख्याल लालू प्रसाद यादव रखते हैं। आज लोग लालू प्रसाद यादव को फंसाने का काम कर रहे हैं, जबकि वो गरीबों का ख्याल रखते हैं। विधान परिषद पहुंचकर गरीबों की आवाज बनूंगी और उनके लिए काम करूंगी।”
मुन्नी देवी के अलावा बाकी दो उम्मीदवारों की बात की जाए तो मुजफ्फरपुर जिले के चंदवारा के रहने वाले कारी सोहैब युवा राजद के प्रदेश अध्यक्ष हैं। तो वहीं रोहतास जिले के दिनारा के निवासी अशोक कुमार पांडेय का राजद से संबंध तो नया है, किंतु उनके पिता रामबचन पांडेय काफी समय से लालू प्रसाद से जुड़े रहे हैं। अशोक का राइस मिल का कारोबार है। विधान परिषद चुनाव के लिए 2 जून से नामांकन शुरू होगा, जो 9 जून तक चलेगा। MLC की 7 सीटों पर 20 जून को चुनाव होने हैं। इनमें 4 सीट एनडीए के खाते में हैं और 3 सीट महागठबंधन के खाते में। तीनों सीटों पर RJD ने अपने उम्मीदवार उतारे हैं। बिहार विधान परिषद में आगामी 22 जुलाई को खाली हो रही 7 सीटों पर नामांकन की प्रक्रिया 2 जून से शुरू होगी।