मुख्यमंत्री गुरुवार को भबानीपुर के गैर बंगाली समुदाय के साथ बातचीत कर रही थीं। ये क्षेत्र की आबादी का 40 प्रतिशत हैं। ममता बनर्जी ने कहा, “बंगाल हिंदुस्तान की रक्षा करेगा और इसे पाकिस्तान या तालिबान का रूप नहीं बनने देगा।
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बंगाली समुदाय को लुभाने का प्रयास
उन्होंने कहा कि यह रवींद्रनाथ और नजरूल की भूमि है, इसलिए हम सब एक साथ रहेंगे। हालांकि भबानीपुर बनर्जी की भूमि मानी जाती है, मगर भाजपा लगातार गैर-बंगाली समुदाय को लुभाने का प्रयास कर रही है।
भाजपा ने बार-बार मुख्यमंत्री के “तुष्टिकरण नीति” का हवाला देते हुए उनकी आलोचना की है। हालांकि राजनीतिक पंडितों का कहना है कि ममता बनर्जी ने जिस तरह भबानीपुर में एकता और विविधता के विचार को पेश करा, उससे उस छवि को बदलने में मदद मिल सकती है। उन्होंने विधानसभा चुनाव से पहले नंदीग्राम में भाजपा के “पाकिस्तान अभियान” का जिक्र करते हुए कहा कि वे भबानीपुर में भी यही कोशिश कर रहे हैं लेकिन लोगों की एकता ही यहां की खासियत है।
ऐसे ममता ने शुरू की बात
बनर्जी ने अपनी बातचीत में कहा कि उन्हें भबानीपुर से चुनाव लड़ने का मौका मिला इसलिए वह बहुत उत्साहित महसूस कर रही हैं। बनर्जी ने कहा “भबानीपुर में कई समुदाय हैं। हमारे धर्म अलग-अलग हो सकते हैं, लेकिन हम सभी एक जैसे हैं।” भबानीपुर सीट से उपचुनाव लड़ने के लिए विधायक शोभनदेव चटर्जी को इस्तीफा देना पड़ा। तृणमूल कांग्रेस के नेता शोभनदेव चटर्जी का कहना है कि “ ममता दीदी एकता बनाए रखना चाहती हैं, इसलिए उन्होंने कहा कि वह इसे पाकिस्तान या तालिबान नहीं बनने देंगी।”