उन्होंने आशंका जताई कि अगर गैर–हिंदुओं को नवरात्रि के मौके पर डांडिया खेलने की इजाजत दी गई, तो यह राज्य में लव जिहाद के मामलों को बढ़ा सकता है, लिहाजा हम प्रबंधकों को दो टूक कह देना चाहते हैं कि गैर-हिंदुओं को डांडिया खेलने की अनुमति नहीं दी जाए। उन्होंने कहा, “अमरावती में नवरात्रि के मौके पर युवक और युवती डांडिया खेलते हैं, लेकिन बीते कुछ वर्षों में गैर-हिंदुओं द्वारा इसमें हिस्सा लिए जाने से लव जिहाद के मामलों में तेजी देखने को मिल रही है, जिसे हम किसी भी कीमत पर स्वीकार नहीं कर सकते हैं।”
उन्होंने सख्त लहजे में कहा कि अगर नवरात्रि के मौके पर गैर-हिंदुओं को बाउंसर के रूप में भी नियुक्त किया गया, तो बजरंग दल की तरफ से कड़ी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने चिंता व्यक्त की कि अम्मावारी नवरात्रि समारोह में डांडिया कार्यक्रम विशेष है, लेकिन कुछ अन्य धर्म के लोग इन कार्यक्रमों में भाग लेकर लव जिहाद को बढ़ावा दे रहे हैं। उन्होंने कहा, “डांडिया खेलने वाले सभी युवकों की ढंग से पड़ताल भी की जानी चाहिए, क्योंकि कई बार ऐसा देखने को मिला है कि कुछ लोग नाम बदलकर इसमें हिस्सा लेते हुए लव जिहाद को बढ़ावा दे रहे हैं।” बता दें कि पिछले साल 18 अक्टूबर को शहर में बेगमपेट हॉकी स्टेडियम में हंगामा हुआ था, जब बजरंग दल के सदस्यों ने आरोप लगाया था कि एक मुस्लिम व्यक्ति ‘लव जिहाद’ के मकसद से कार्यक्रम में शामिल हुआ है।