STF आईजीपी ने कही ये बात
पार्थ सारथी महंत, आईजीपी (STF) ने मीडिया को बताया कि एसटीएफ की ओर से शुरू किए गए ऑपरेशन प्रघात के तहत, एसटीएफ पुलिस स्टेशन की चल रही जांच में एक महत्वपूर्ण सफलता हासिल हुई है। डॉ. महंत ने कहा, ‘कोकराझार जिले के फरार मुख्य आरोपी गाजी रहमान को कोकराझार पुलिस की सहायता से विशेष कार्य बल (STF), असम की एक टीम ने गिरफ्तार किया। इस मामले में आवश्यक कानूनी कार्रवाई शुरू की जा रही है। STF न्याय सुनिश्चित करने और इस मामले से जुड़े सभी व्यक्तियों को पकड़ने के अपने प्रयासों को जारी रखने के लिए प्रतिबद्ध है। मामले में आगे की जांच जारी है।’
आतंकियों के खिलाफ ‘प्रघात’ अभियान चला रही एसटीएफ
इससे पहले 27 दिसंबर को एसटीएफ असम ने धुबरी जिले से 36 वर्षीय शाहीनूर इस्लाम के रूप में पहचाने गए एक आतंकवादी को गिरफ्तार किया था। जिहादी के खिलाफ अभियान, जिसका नाम “प्रघात” (Operation Praghat) है, पूरे राज्य में चलाया जा रहा है। उसी के संबंध में एसटीएफ पुलिस स्टेशन केस संख्या 21/2024 के तहत चल रही जांच के सिलसिले में, स्पेशल टास्क फोर्स (STF) असम ने 27 दिसंबर को धुबरी जिले के अंतर्गत बिलासीपारा के बंधबपारा में सफल छापेमारी की। ऑपरेशन के दौरान, एक वांछित राष्ट्र-विरोधी जिहादी को पकड़ लिया गया और कई आपत्तिजनक चीजें बरामद की गईं। पकड़े गए जिहादी की पहचान शाहीनूर इस्लाम (36 वर्ष) के रूप में हुई।
छापेमारी में मिली ये चीजे
IGP महंत ने कहा, ‘छापे के दौरान, हमने नूरिलिजा नामक एक किताब (उर्दू में लिखी गई, जिसमें 1 से 829 पेज हैं), जन वाजिब नामक एक किताब (शेख नजीबुल्लाह हक्कानी की ओर से लिखित, जिसमें 1 से 47 पेज हैं), एक पैन कार्ड, एक आधार कार्ड, एक पासपोर्ट, एक मोबाइल फोन बरामद किया।’ उन्होंने आगे कहा कि, एसटीएफ राष्ट्र विरोधी गतिविधियों के खिलाफ निर्णायक कार्रवाई करके राज्य की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है।पिछले हफ्ते 2 दो लोग गिरफ्तार
इससे पहले, 24 दिसंबर की रात STF असम ने कोकराझार थाना क्षेत्र के नामपारा में कोकराझार जिला पुलिस की मदद से छापेमारी और तलाशी अभियान चलाया और एक वैश्विक आतंकवादी संगठन (GTO) के कट्टरपंथी/जिहादी तत्वों द्वारा संभावित बड़े आतंकी हमले को रोकने में बड़ी सफलता हासिल की और दो लोगों को गिरफ्तार किया, जिनकी पहचान अब्दुल ज़हीर शेख और सब्बीर मिर्धा के रूप में हुई।हथियार और विस्फोटक सामग्री बरामद
STF टीम ने 4 हस्तनिर्मित राइफलें बरामद कीं जो एके जैसी दिखती हैं, 34 राउंड जिंदा गोला-बारूद, 24 राउंड खाली कारतूस, कॉर्टेक्स के साथ एक जोड़ी जिंदा अन-प्राइम्ड IED, विस्फोटकों के साथ एक हस्तनिर्मित ग्रेनेड, कृषि उपकरणों से बने डेटोनेटर का एक सर्किट, 14 इलेक्ट्रॉनिक स्विच, आईईडी बनाने के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले तीन लोहे के केस, अधिकतम नुकसान पहुंचाने के लिए 20 लोहे के टुकड़े और प्लेट, पटाखों में इस्तेमाल होने वाले विस्फोटकों के साथ बड़ी संख्या में स्विच और तार और अन्य आपत्तिजनक सामान। इस ऑपरेशन ने आतंकी संगठन के गिरफ्तार सदस्यों के बांग्लादेश स्थित संचालकों द्वारा योजनाबद्ध एक बड़े आतंकी हमले को सफलतापूर्वक टाल दिया। यह ऑपरेशन एसटीएफ असम प्रमुख की सीधी निगरानी में किया गया।