रक्षा मंत्री ने मंगलवार को एशियाई खेलों में भाग लेने वाले सशस्त्र बलों के कार्मिकों के सम्मान समारोह में यह घोषणा की। उन्होंने प्रतिभागी खिलाड़ियों व सपोर्ट स्टाफ से मिलकर बेहतरीन प्रदर्शन के लिए बधाई दी। एशियाई खेलों में सशस्त्र बलों के खिलाड़ियों ने व्यक्तिगत स्पर्धाओं में तीन स्वर्ण, 6 रजत व 7 कांस्य समेत 16 पदक जीते हैं। इसी तरह टीम स्पर्धाओं में दो स्वर्ण तथा तीन-तीन रजत व कांस्य पदक जीते हैं। इन सभी को नगद पुरस्कार प्रदान किए जाएंगे। सेना के तीनों अंगों की ओर से 18 खेलों में तीन महिलाओं समेत 78 खिलाड़ियों ने भाग लिया था।
इस अवसर पर राजनाथ ने कहा कि एशियाई खेलों का यह प्रदर्शन अधिकाधिक युवाओं को खेलों के प्रति आकर्षित होने के लिए प्रेरित करेगा। उन्होंने खेलों में मेडल नहीं जीत पाने वाले खिलाड़ियों को फ्लाइंग सिख मिल्खा सिंह की मिसाल देते हुए कहा कि 1960 के ओलम्पिक में 400 मीटर दौड़ में पदक जीतने से चूकने के बावजूद आज भारतीय एथलीट्स के लिए वे प्रेरक बने हुए हैं।
उन्होंने कहा कि रणभूमि हो या खेल का मैदान, सैनिक निष्ठाभाव व अनुशासन के साथ राष्ट्र का नाम रोशन करने के लिए , कड़ी मेहनत करता है। हर सैनिक में एक खिलाड़ी है और हर खिलाड़ी में एक सैनिक। उन्होंने कहा कि एशियाई खेलों में हमारे खिलाड़ियों के प्रदर्शन ने दुनिया के सामने उभरते और ताकतवर नए भारत की तस्वीर पेश की है।
चीफ ऑफ स्टाफ जनरल अनिल चौहान, वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल वीआर चौधरी, थल सेनाध्यक्ष जनरल मनोज पांडे, नौसेना के उपप्रमुख एडमिरल संजय जसजीत सिंह तथा सेनाओं के स्पोर्ट्स कंट्रोल बोर्ड के वरिष्ठ अधिकारियों ने भी विजेताओं को बधाई दी।