अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी के बाद दिल्ली सरकार में मंत्री आतिशी मार्लेना ने कहा था कि लोकसभा चुनाव की घोषणा के तुरंत बाद केजरीवाल की गिरफ्तारी से पता चलता है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को उनसे डर लगता है। मार्लेना ने केजरीवाल की गिरफ्तारी को लोकतंत्र की हत्या बताया। उन्होंने कहा कि केजरीवाल की पार्टी बीजेपी की तानाशही के खिलाफ लड़ाई जारी रखेगी।
दिल्ली के मंत्री गोपाल राय ने कहा, “पूरे देश में लोग इस गिरफ्तारी के खिलाफ सड़क पर उतरे हैं। कल हमारे मंत्री, पार्षद, पदाधिकारी, INDIA गठबंधन के नेता सभी लोग कल 10 बजे शहीदी पार्क पहुंचकर इस तानाशाही के खिलाफ देश को बचाने का संकल्प लेंगे। 25 मार्च को इस गिरफ्तारी के विरोध में हम होली कार्यक्रम स्थगित कर रहे हैं। 26 मार्च को हम प्रधानमंत्री आवास का घेराव करेंगे।”
केजरीवाल की गिरफ्तारी के बाद पत्नी सुनीता ने कहा, ‘आपके 3 बार चुने हुए मुख्यमंत्री को मोदीजी ने सत्ता के अहंकार में गिरफ़्तार करवाया। सबको खत्म करने में लगे हैं। यह दिल्ली के लोगों के साथ धोखा है। आपके मुख्यमंत्री हमेशा आपके साथ खड़े रहें हैं। अंदर रहें या बाहर, उनका जीवन देश को समर्पित है। जनता जनार्दन है सब जानती है। जय हिन्द’
सीएम अरविंद केजरीवाल को ईडी द्वारा गिरफ्तार किए जाने पर कांग्रेस सांसद जयराम रमेश ने कहा, “यह उत्पीड़न और प्रतिशोध की राजनीति है। इसमें कोई दो राय नहीं हो सकती कि विपक्षी एकता, INDIA गठबंधन से भाजपा घबराई, बौखलाई है। पहले झारखंड के मुख्यमंत्री को गिरफ्तार किया गया और अब दिल्ली के मुख्यमंत्री को गिरफ्तार किया गया। यह सब 2024 के चुनाव के मद्देनजर किया गया है। प्रधानमंत्री के मन में एक ही विचार है- ‘वन नेशन, नो इलेक्शन।”
वहीं, इस मामले पर हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा, “जो हुआ वह गलत है। इस प्रकार से चुने हुए मुख्यमंत्री को जेल में डालना उस पद की गरिमा का भी अपमान है। यह एक राजनीतिक प्रतिशोध हो सकता है।”
चुनाव आयोग से मुलाकात के बाद कांग्रेस नेता अभिषेक सिंघवी ने कहा, “यह घटना देर रात की है। लगभग हर विपक्षी दल यहां है। हमने चुनाव आयोग के साथ विस्तृत चर्चा की है। यह किसी व्यक्ति या किसी पार्टी के बारे में नहीं है बल्कि यह संविधान की मूल संरचना से संबंधित है। हमने चुनाव आयोग से हस्तक्षेप करने को कहा। आजाद भारत के 75 साल के इतिहास में पहली बार किसी मौजूदा सीएम को गिरफ्तार किया गया है। सबसे पुरानी और सबसे बड़ी विपक्षी पार्टी का अकाउंट फ्रीज कर दिया गया है। हमने विपक्षी नेताओं के खिलाफ एजेंसियों के दुरुपयोग के सबूत दिए हैं।”
केजरीवाल की गिरफ्तारी पर कांग्रेस नेता सचिन पायलट ने कहा, “किसी भी निर्वाचित मुख्यमंत्री पर इस तरह की कार्रवाई मैंने देखी नहीं है। चुनाव से ठीक पहले आचार संहिता के दौरान किसी मुख्यमंत्री को गिरफ्तार करना गलत है और एक गलत परंपरा हम देश के लोकतंत्र में स्थापित कर रहे हैं।”
केंद्रीय मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने कहा, “अरविंद केजरीवाल की इस गिरफ्तारी पर विपक्ष की प्रतिक्रिया बिल्कुल भ्रामक और विडंबनापूर्ण है। जिस व्यक्ति को प्रवर्तन निदेशालय द्वारा नोटिस दिया गया था, उसने इसे नजरअंदाज करने का विकल्प चुना और अब इस तरह से व्यवहार करना मानो किसी प्रकार के सदमे और आश्चर्य की बात है। अरविंद केजरीवाल, कांग्रेस और INDI गठबंधन को यह समझना चाहिए कि कानून और कानून का उल्लंघन करने के परिणाम सिर्फ इसलिए नहीं रुक सकते क्योंकि आप एक राजनेता हैं।”
आबकारी नीति घोटाला केस में ईडी द्वारा यह 16वीं गिरफ्तारी है। पद पर रहते हुए किसी सीएम की गिरफ्तारी का यह पहला मामला है। अब तक इस मामले में ईडी 6 आरोपपत्र दाखिल कर चुकी है और 128 करोड़ रुपये की संपत्ति भी कुर्क कर चुकी है। गिरफ्तार होने के पहले केजरीवाल ईडी द्वारा जारी किए गए नौ समन को टाल चुके थे। अंतिम समन गुरुवार 21 मार्च को जारी किया गया था, जिसे उन्होंने अवैध बताया था।
इससे पहले ईडी की टीम ने बड़ा एक्शन लेते हुए 15 मार्च को आबकारी नीति घोटाला केस से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग के आरोपों की जांच के सिलसिले में तेलंगाना के पूर्व मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव की बेटी के कविता को भी गिरफ्तार किया था।