चेतन आनंद ने फेसबुक पोस्ट में क्या लिखा
हम “ठाकुर” हैं साहब!!
सबको साथ लेकर चलते हैं !
इतिहास में सबसे अधिक बलिदान हमारा है!
समाजवाद में किसी एक जाती को टार्गेट करना समाजवाद के नाम पर दोगलापन के अलावा कुछ नही!
जब हम दूसरों के बारे में गलत नही सुन सकते तो अपने (ठाकुरों) पर अभद्र टिप्पणी बिल्कुल नही बर्दाश्त करेंगे !!
#माननीय_संसद_श्री_मनोज_झा_के_विचारों_का_पुरजोर_विरोध!