इस आतंकी हमले के बाद लेफ्टिनेंट गवर्नर ने मनोज सिन्हा ने कहा था कि “यह एक बहुत ही दर्दनाक और दुर्भाग्यपूर्ण हमला है। केंद्र और जम्मू-कश्मीर सरकार का आतंकवाद का सफाया करने का संकल्प लिया है। हालांकि मौतों की भरपाई नहीं की जा सकती है लेकिन मैं मारे गए लोगों के परिवारों को हर संभव मदद का आश्वासन देता हूं। हमने सुरक्षा बलों को पूरी आजादी दी है और मैं लोगों को आश्वस्त करना चाहता हूं कि इस हमले के दोषियों को जल्द सजा दी जाएगी।” इसके साथ ही मनोज सिन्हा ने आतंकी हमले में मारे गए लोगों के परिजनों को 10 लाख रुपए मुआवजा और नौकरी देने का वादा किया है। वहीं घायल हुए 15 लोगों को 1-1 लाख रुपए देने का ऐलान किया है।
जम्मू कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री और PDP प्रमुख महबूबा मुफ्ती ने इस आतंकी हमलों से जुड़े सवाल पर केंद्र सरकार और भाजपा पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि “पिछले 4-5 सालों से जो हुकूमत बनी हुई है उसके अंदर जो भी हो रहा है, उसे लेकर जवाबदेह कौन है? जम्मू कश्मीर के जो हालात हैं वो बहुत चिंताजनक है। 370 हटाने और 35A के समय कोई कमेटी नहीं बनाई, अब लद्दाख में लोगों को रोजगार देने पर कमेटी बनाने का क्या नाटक क्यों। जम्मू के लोगों ने भाजपा को वोट दिया लेकिन अब उनपर हमले हो रहे हैं तो भाजपा तमाशा देख रही है।”