जम्मू शहर पहुंच चुके हैं तीर्थयात्री
हिमालय क्षेत्र में 3,880 मीटर की ऊंचाई पर प्राकृतिक रूप से बनने वाले हिम शिवलिंग के दर्शन के लिए साधुओं सहित 1,500 से अधिक तीर्थयात्री जम्मू शहर पहुंच चुके हैं। अनुमान है कि इस बार लाखों की संख्या में श्रद्धालु बाबा बर्फानी के दर्शन को पहुंचेंगे। गौरतलब है कि अमरनाथ यात्रा सबसे दुर्गम यात्राओं में से एक मानी जाती है। हर साल हजारों की संख्या में यहां श्रद्धालु बाबा बर्फानी के दर्शन करने के लिए आते हैं।
रजिस्ट्रेशन के लिए केंद्र स्थापित
बता दें कि जिन तीर्थयात्रियों का अब तक रजिस्ट्रेशन नहीं हो सका है उनके लिए शहर के शालीमार क्षेत्र में मौके पर ही रजिस्ट्रेशन के लिए केंद्र स्थापित किया गया है। वहीं पुरानी मंडी स्थित राम मंदिर परिसर में साधुओं के रजिस्ट्रेशन के लिए एक विशेष शिविर स्थापित किया गया है। अधिकारियों के मुताबिक, कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच करीब 1000 से अधिक तीर्थयात्री आगे की यात्रा के लिए यहां भगवती नगर आधार शिविर पहुंच चुके हैं। जाहिर है कि बाबा अमरनाथ की यात्रा दो मार्गों पहलगाम और बालटाल से होगी।
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साधुओं को सर्वोत्तम सुविधाएं देने का इंतजाम
अमरनाथ यात्रा का पहला रूट अनंतनाग जिले में पारंपरिक 48 किलोमीटर लंबे मार्ग, नुनवान-पहलगाम मार्ग और गांदरबल जिले में 14 किलोमीटर लंबे बालटाल मार्ग से शुरू होगी। उपमंडल मजिस्ट्रेट नर्गेश सिंह ने मीडिया हाउस को बताया कि ‘देश के सभी हिस्सों से आने वाले गैर पंजीकृत तीर्थयात्रियों का पंजीकरण यहां काउंटर पर मौके पर ही शुरू हो गया है।’ तहसीलदार जय सिंह ने कहा, ‘जम्मू में साधुओं का पंजीकरण आज से शुरू हो गया है। साधुओं को सर्वोत्तम संभव सुविधाएं देने के लिए सभी इंतजाम किए गए हैं।’
उधर, यूपी के संजीव कुमार का कहना है कि वह चौथी बार अमरनाथ यात्रा करने जा रहे हैं। उत्तराखंड स्थित यमुनोत्री, गंगोत्री, केदारनाथ और बद्रीनाथ धाम की चारधाम यात्रा पूरी करने के बाद साधु यहां पहुंच रहे हैं।
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