अगले साल किया जाएगा लॉन्च
बताया जा रहा है कि वीनस मिशन को 2024 के दिसंबर में लॉन्च किए जाने की संभावना है। इस समय पृथ्वी और शुक्र इतने संरेखित (सीधी रेखा में) होंगे कि अंतरिक्ष यान को कम प्रणोदक का उपयोग करके पड़ोसी ग्रह की कक्षा में रखा जा सकता है। इसके बाद यह मौका 2031 में ही मिलेगा।
सोमनाथ ने शुक्र को लेकर कही ये बात
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) प्रमुख एस सोमनाथ ने हाल ही में दिल्ली में भारतीय राष्ट्रीय विज्ञान अकादमी को संबोधित करते हुए कहा था कि सौर मंडल के सबसे चमकीले ग्रह शुक्र पर मिशन पहले से ही कॉन्फ़िगर किया गया है और मिशन के लिए इसके पेलोड (वैज्ञानिक उपकरण) विकसित किए गए हैं। शुक्र एक बहुत ही दिलचस्प ग्रह है। इसका एक वातावरण भी है जो बहुत घना है। वायुमंडलीय दबाव पृथ्वी से 100 गुना अधिक है। यह अम्लों से भरा है।
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100 एक्सो-ग्रहों में मौजूद है वायुमंडल
सोमनाथ ने एक्स-रे पोलारिमीटर उपग्रह पर बात करते हुए कहा था कि हम एक्सोवर्ल्ड्स नामक एक उपग्रह की भी कल्पना कर रहे हैं, जो एक्सो-सौर ग्रहों या ऐसे ग्रहों को देखने के लिए एक मिशन है। यह हमारे सौर मंडल से बाहर हैं और अन्य सितारों की परिक्रमा कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि 100 एक्सो-ग्रहों में वायुमंडल मौजूद है। इस मिशन के जरिए एक्सो-ग्रहों के वातावरण का अध्ययन किया जाएगा। इसके साथ यह भी पता लगाएगा कि क्या वहां पर इंसान जीवित रह सकता है या नही।