राष्ट्रपति ने परिसीमन के फैसले को दी थी मंजूरी
पिछले साल दिसंबर में राज्य में परिसीमन अभ्यास शुरू होने से ठीक पहले, इन चार जिलों को चार अन्य में मिला दिया गया था और कुछ गांवों के प्रशासनिक क्षेत्राधिकार को बदल दिया था। बिश्वनाथ जिले को सोनितपुर में मिला दिया गया था, इसी तरह होजई को नागांव में, बजाली को बारपेटा में और तामुलपुर को बक्सा में मिला दिया गया था।
चार नए जिलों के पुनर्गठन के बाद प्रदेश में नए जिलों की संख्या 35 हो जाएगी। प्रदेश सरकार का मानना है कि इससे न सिर्फ प्रशासनिक व्यवस्था दुरुस्त होगी बल्कि अंतिम व्यक्ति तक सुरक्षा और शासकीय सुविधाएं भी सुनिश्चित होगी। दरअसल इस साल 16 अगस्त को राष्ट्रपति ने असम में परिसीमन के फैसले को अपनी मंजूरी दे दी थी।
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