विमान से बाहर आने के बाद इसमें सवार यात्रियों ने राहत की सांस ली। इस विमान में 107 भारतीय नागरिकों समेत 168 लोग सवार थे। इस विमान से उतर अफगानिस्तान के संासद नरेंद्र सिंह खालसा ने बाहर आकर पत्रकारों से बात की। इस बीच वह कई बार भावुक हुए और फफक कर रो पड़े।
पत्रकारों ने जैसे ही नरेंद्र सिंह से पूछा कि एक सांसद के तौर पर अपना मुल्क छोडऩा कितने दुख की बात है। इसका जवाब देने से पहले नरेंद्र सिंह फूट-फूटकर रोने लगे। पत्रकारों ने उन्हें ढांढस बंधाते हुए कहा, आप एक दिन जरूर अपने घर जाएंगे। रोइए मत। इसके बाद खालसा ने कहा, यही तो रोना है, जिस अफगानिस्तान में हम पीढिय़ों से रह रहे हैं, वहां ऐसा नहीं देखा था। सब कुछ खत्म होकर जीरो हो गया। बीस साल जो सरकार बनी वह खत्म हो गई। खालसा तमाम कोशिशों के बाद भी अपने आंसू रोक नहीं पा रहे थे।
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बता दें कि अब तक अफगानिस्तान से करीब 300 नागरिकों को वापस लाया जा चुका है। भारत इस समय ताजिकिस्तान और कतर के रास्ते अपने नागरिकों को एयरलिफ्ट कर रहा है। अफगानिस्तान पर करीब बीस साल बाद एक बार फिर तालिबान का कब्जा हो गया है। राष्ट्रपति अशरफ गनी तालिबान को सत्ता सौंपकर देश छोडक़र भाग गए।