सुरक्षाबल के जवान नहीं होते तो नहीं बचती जान
भाजपा के अनुसार, पार्टी के एजेंटों को अंदर जाने की अनुमति नहीं दिए जाने की रिपोर्ट मिली थीं इसके बाद टुडू गारपेटा में कुछ मतदान केंद्रों पर जा रहे थे। टुडू ने कहा, “अचानक, सड़कें ब्लॉक करने वाले टीएमसी के गुंडों ने मेरी कार पर ईंटें फेंकनी शुरू कर दीं। जब मेरे सुरक्षाकर्मियों ने हस्तक्षेप करने की कोशिश की, तो वे घायल हो गए। मेरे साथ आए दो सीआईएसएफ जवानों को सिर में चोटें आईं और उन्हें अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा।”
दीदी देश को पाकिस्तान बनाना चाहती हैं
टुडू ने कह कि ”यहां करीब 200 लोगों ने हम पर लाठियों, पत्थरों और कुछ हथियारों से हमला किया। अगर केंद्रीय बल वहां नहीं होता तो हमारी हत्या हो सकती थी… हमें स्थानीय पुलिस से कोई सुरक्षा नहीं मिली… दीदी सीएए को लागू नहीं करना चाहती हैं और देश को पाकिस्तान बनाना चाहती हैं।”
टीएमसी ने आरोपों से किया किनारा
दूसरी तरफ, टीएमसी नेताओं ने आरोपों से इंकार कर दिया। उन्होंने टुडू पर ‘शांतिपूर्ण मतदान प्रक्रिया को खराब करने’ की कोशिश का आरोप लगाया। एक स्थानीय टीएमसी नेता ने कहा कि ‘भाजपा उम्मीदवार मतदाताओं को धमकी दे रहे थे। ग्रामीण क्रोधित हो गए और विरोध प्रदर्शन किया।’ ये भी पढ़ें: PM मोदी के ‘मुजरा’ वाले बयान पर भड़की कांग्रेस, प्रधानमंत्री को बताया बीमार