न्यूज एजेंसी से बातचीत में उन्होंने कहा कि ‘थर्ड वेव अगले साल जल्दी आएगी, परंतु सेकंड वेव से कमजोर होगी।’
उन्होंने आगे कहा, ‘प्रतिदिन 7500 मामले सामने आ रहे हैं जिससे ये कह सकते हैं कि ये डेल्टा वेरीयंट को विस्थापित कर रहा है। सेकंड वेव की तुलना में कम मामले देखने को मिलेंगे।’ हालांकि, उन्होंने ये भी कहा कि ये सभी केवल संभावनाएँ हैं आने वाले समय में ही पता चल सकेगा कि मामले कितने बढ़ेंगे और किस हद तक लोगों को प्रभावित करेंगे।
वहीं, सीरो-प्रीवलेंस 75 से 80 फीसदी तक पहुँच गई है। 85 फीसदी वयस्कों को वैक्सीन की पहली डोज लग चुकी है जबकि 55 फीसदी को दोनों डोज लग चुके हैं।
बता दें कि WHO ने भी ओमीक्रॉन को लेकर चेतावनी दी है। WHO ने कहा कि Omicron Variant 89 देशों में फैल चुका है और सामुदायिक प्रसार वाले क्षेत्रों में ओमीक्रॉन मामलों की संख्या 1.5 से 3 दिनों में डबल हो रही है।