पिपरिया के पटवारी प्रवीण मेहरा की हार्ट अटैक से मौत का मामला गरमा गया है। उनकी कोर्ट पेशी के दौरान मौत हो गई थी जिसके बाद जिलेभर के पटवारी पिपरिया के एसडीएम संतोष तिवारी को हटाने की मांग पर अड़ गए। इसी के साथ पटवारी शुक्रवार से तीन दिन की सामूहिक हड़ताल पर चले गए।
यह भी पढ़ें : एमपी में पटवारी ने किया बड़ा घोटाला, बदल डाले सैकड़ों भू स्वामी, अपनी ही जमीन से बेदखल हुए लोग पटवारी संघ की कार्यकारी प्रदेश अध्यक्ष अंजू नारोलिया के अनुसार पिपरिया एसडीएम ने पटवारी प्रवीण मेहरा पर गलत आईडेंटिफाई कर फौती चढ़ाने का आरोप लगाते हुए उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज करा दी जिससे उन्हें जेल जाना पड़ा। तभी से वे सदमे में थे। मानसिक रूप से प्रताड़ित होने के कारण मंगलवार को उन्हें हार्ट अटैक आया और मौत हो गई।
पटवारी संघ ने नर्मदापुरम कलेक्टर सोनिया मीणा को बताया कि फौती नामांतरण में लापरवाही का पटवारी प्रवीण मेहरा पर गलत आरोप लगाया गया था। संघ ने पिपरिया एसडीएम को तत्काल हटाने की मांग की। इस पर कलेक्टर सोनिया मीणा ने मामले की जांच कराने की बात कही।
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नहीं हटाया तो शुक्रवार से जिलेभर के पटवारी सामूहिक अवकाश पर चले गए। इस प्रकार पटवारी अब 3 दिनों तक नामांकन सीमांकन के कोई काम नहीं करेंगे। इससे किसानों की परेशानी बढ़ गई है।
नहीं हटाया तो शुक्रवार से जिलेभर के पटवारी सामूहिक अवकाश पर चले गए। इस प्रकार पटवारी अब 3 दिनों तक नामांकन सीमांकन के कोई काम नहीं करेंगे। इससे किसानों की परेशानी बढ़ गई है।