मशरूम स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद लेकिन सावधानी जरूरी
इस संबंध में आयुर्वेद चिकित्सा अधिकारी (Officer) डॉ योगेश विश्वकर्मा बताते हैं कुकुरमुत्ता (mushroom) एक प्रकार का कवक है जो बरसात (rainy season) के दिनों में सड़े गले पत्तों आदि की वजह से उग आते हैं इसे मशरूम भी कहते हैं। यह मृतोपजीवी है जो कि हरित लवक के अभाव के कारण अपना भोजन स्वयं संश्लेषित नहीं कर सकता है।
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डेंगुर मशरूम (फुटु) खाने में जायकेदार
बस्तर एक जंगल बहुल क्षेत्र है यहाँ बरसात के मौसम में जमीन और पुराने वृक्षों पर अनेक प्रकार के मशरूम उगते हैं जिन्हे यहाँ स्थानीय बोली में फुटु कहा जाता है। इसे यहाँ एक भोज्य पदार्थ के रूप में खाया जाता है। फुटु अनेक प्रकार के होते हैं यह माना जाता है कि वृक्षों (Plants) पर उगने वाले फुटु (mushroom) बेस्वाद और जहरीले भी होते हैं अत: खाने में उनका प्रयोग नहीं किया जाता। जमीन पर उगने वाले फुटु भी कई प्रकार के होते हैं जैसे डेंगुर फुटु, पान फुटु, हराडूला फुटु आदि। डेंगुर फुटु जो दीमक की बाम्बी के आस-पास उगता है सर्वश्रेष्ठ माना जाता है । इसे अनेक प्रकार से पकाकर खाया जाता है।
सरकारी लाभ पाना है तो पढ़े ये खबर : नरवा, गरूवा, घुरवा अउ बारी योजना के तहत अब किसानों को मिलेगा फ्री सिंचाई व्यवस्था ग्रामीण इसे 10 या 12 की संख्या में बंडल बांधकर 50 रू तक की दर से बेच रहे हैं। ग्रामीण बोड़ा और फुटू बेचकर अच्छी खासी रकम भी कमा रहे हैं। देशी मशरुम की बाजार में काफी मांग है। बाजार में आते ही इसे खरीदने लोगो की होड़ लग जाती है। कीमत की परवाह किए बिना जमकर फुटू की खरीददारी कर रहे हैं।
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