राजस्थान में गैस एजेंसियों पर उमड़ रही भीड़, सरकार ने दी राहत, जानें KYC को लेकर नया अपडेट
गांव—–किसान—– मेगावाटईसरनावड़ा—– ईश्वर पचार—– दो मेगावाट
अखावास—– देवाराम गोदारा—– पांच मेगावाट
पिपलिया—– रामदेव भाम्बु—– एक मेगावाट
कांटिया—– महेन्द्रसिंह सारण—– दो मेगावाट
बैरावास—– कृपाराम—– दो मेगावाट देश के बड़े उद्योग घरानों की नजरें
खींवसर में पहले से स्थापित रिलाइंस के 5 मेगावट सौर ऊर्जा सयंत्र की उत्पादकता को देखते हुए देश के बड़े उद्योग घरानों की नजर खींवसर पर पहले से ही आ टिकी। वहीं अब प्रत्येक विद्युत जीएसएस पर सौर ऊर्जा सयंत्र लगाने के लिए देश के बड़े उद्योग घराने खींवसर की ओर रुख कर रहे। देश के बड़े उद्यमियों की ओर से सौर ऊर्जा सयंत्र स्थापित करने से खींवसर में बिजली के साथ विकास को भी गति मिलेगी। सर्वे में खींवसर देश में उपयुक्त तत्कालीन निगम के केन्द्रीय बोर्ड के अधिकारियों व विशेषज्ञों की ओर से किए गए सर्वे में सौर ऊर्जा उत्पादकता के लिए राज्य में ही नहीं सम्पूर्ण देश में खींवसर को सबसे उपयुक्त स्थान माना गया।
आत्मनिर्भर बनेगा खींवसर
राजस्थान अक्षय ऊर्जा निगम की ओर से कुसुम योजना के तहत गांवों में किसान अपने खेतों में सौर ऊर्जा संयंत्र स्थापना कर रहे। अभी तक आधा दर्जन गांवों में किसानों ने सौलर प्लांट लगा लिए। यहां से उत्पादित बिजली 33/11 केवीए जीएसएस पर जाएगी। इसी तरह सौर ऊर्जा संयंत्र का काम चलता रहा तो निकट भविष्य में खींवसर विद्युत क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनेगा।
जयदीप सिंह भाटी, कनिष्ठ अभियन्ता, खींवसर