तकदीर वाले हैं जो मां की करे भक्ति
स्वर-साधना में जैन समाज के गायक श्रेयांस सिंघवी ने मां की भक्ति से ओतप्रोत रचना ‘तकदीर वाले हैं जो मां की करे भक्तिÓ, ‘दुनिया में ममता की कीमत ना होती, अगर मां ना होती’ सुनाकर माहौल में मीठास घोल दी। युवा कलाकार संपत दाधीच, दामोदर देवड़ा ने जब अपनी मखमली आवाज में गज़लें प्रस्तुत की तो सुनने वाला दाद देने में पीछे नहीं रहा। बाल कलाकार प्रीतम भट्ट ने यमन कल्याण राग तथा बारह मात्रा में शानदार बंदिश प्रस्तुत की। मुन्ना सोनी तथा युसूफ बक्षी ने भी अपनी उम्दा प्रस्तुतियों से श्रोताओं को आनंदित किया। इस मौके पर हरिमा के शास्त्रीय गायक भूराराम शर्मा, कैलाश माकड़, कैलाश गौड़, नरेन्द्र जोशी ‘प्रेमी’ आदि ने बेहतरीन प्रस्तुतियां दी। कार्यक्रम की शुरुआत युवा गज़ल गायक देवेन्द्र त्रिवेदी ने गणेश वंदना से की। तबले पर युवा कलाकार राकेश गोरमात, अजय व्यास ने संगत की।