‘खुद का ही नाम पढ़ देतीं’
खींवसर में मंगलवार को चुनाव प्रचार के दौरान एक नुक्कड सभा में नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल ने सीएम भजनलाल पर चुटकी लेते हुए कहा कि, “अगर वसुंधरा राजे में हिम्मत होती तो उनको जो पर्ची राजनाथ सिंह ने दी थी उसमें से खुद का नाम पढ़ देतीं और पर्ची खा जातीं। आगे उन्होंने कहा कि कोई होशियार नेता होता तो ऐसा कर देता, फिर कौन क्या करता?” बताते चलें कि 2023 के विधानसभा चुनाव में भाजपा को पूर्ण बहुमत मिला था। इसके बाद मुख्यमंत्री के लिए विधायक दल की बैठक बुलाई गई थी, जिसमें बतौर सीनियर ऑब्जर्वर केन्द्रीय मंत्री राजनाथ सिंह एक पर्ची लेकर पहुंचे थे। इसके बाद विधायक दल की बैठक में मीडिया के सामने उन्होंने वो पर्ची बगल में बैठी हुईं वसुंधरा राजे को दी थी। इसके बाद जब वसुन्धरा राजे ने वो पर्ची खोली थी तो उसमें मुख्यमंत्री पद के लिए भजनलाल शर्मा का नाम लिखा हुआ था। फिर सबके सामने सीएम के नाम की घोषणा खुद वसुन्धरा राजे ने की थी।
खींवसर में त्रिकोणीय मुकाबला
बताते चलें कि लोकसभा चुनाव में कांग्रेस के साथ गठबंधन करने वाली हनुमान बेनीवाल की राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी अकेले चुनाव लड़ रही है। वहीं, कांग्रेस से इस सीट पर पूर्व आईपीएस सवाई सिंह चौधरी की पत्नी रतन चौधरी मैदान में हैं। इसके अलावा भाजपा ने रेवंत राम डांगा को खींवसर से टिकट दिया है।
इन सीटों पर होंगे उपचुनाव
गौरतलब है कि 13 नवंबर को राजस्थान की 7 सीटों पर उपचुनाव होने जा रहा है। प्रदेश की रामगढ़ (अलवर), दौसा, झुंझुनूं और देवली-उनियारा, खींवसर, चौरासी और सलूंबर सीटों पर उपचुनाव होने जा रहा है। 2023 के विधानसभा चुनाव के परिणामों में इनमें से भाजपा के पास केवल 1 सीट थी, वहीं कांग्रेस के पास 4 सीटें थी। इसके अलावा एक सीट बाप और एक सीट RLP के पास थी।