जिले के आधा दर्जन ब्लाइंड मर्डर को लेकर पत्रिका द्वारा की गई पड़ताल में सामने आया कि हत्या के राज खोलने के लिए पुलिस अधिकारियों प्रयाय तो काफी किए, लेकिन सफलता नहीं मिली। जिन प्रकरणों में परिजनों एवं राजनीतिक दबाव था, उनमें पुलिस ने बार-बार जांच अधिकारी बदले, लेकिन मामलों में मृतकों के पीछे कोई लडऩे वाला नहीं था, उनकी फाइलें पुलिस ने देखना ही उचित नहीं समझा।
कई बार कुछ मर्डर खोलने में थोड़ा समय लग जाता है। जिले के ब्लाइंड मर्डर खोलने के लिए टीमें लगी हुई हैं, कई दिशाओं में प्रयास चल रहे हैं। जांच में यदि कहीं कमी रही है तो मैं जल्द ही सभी मामले देखकर स्पेशल टीम बनाकर खोलने का प्रयास करेंगे।
– हरेन्द्र कुमार महावर, पुलिस अधीक्षक, नागौर