पिछली साल 2023 में अधिकतम 28 हजार रुपए प्रति क्विंटल तक बिकी सौंफ 14 से 15 हजार रुपए प्रति क्विंटल तक पहुंच गई। डाउनफॉल यहीं नहीं रुका, 2024 में अगस्त माह के दौरान सौंफ के भाव 6 हजार तक पहुंच गए। अधिक बुवाई और पैदावार के बाद कम मिले भावों के कारण इस बार किसानों का रुझान सौंफ की बुवाई की ओर नहीं दिखा। परिणाम स्वरूप इस बार पिछली बार की एवज में केवल सौंफ की 32 फीसदी बुवाई हुई है।
रबी सीजन 2024-25 के आंकड़ों के अनुसार 8400 हेक्टेयर के लक्ष्य के मुकाबले केवल 5500 हैक्टेयर में सौंफ की बुवाई हुई है। मेड़ता से अलग हुए डेगाना कृषि कलस्टर क्षेत्र की बुवाई माने तो उस एरिया में 2500 हैक्टेयर में सौंफ की बुवाई हुई है। मेड़ता व डेगाना कलस्टर की बुवाई को मिलाए तो 8 हजार हैक्टेयर होती है। जो गत साल से तीन गुना कम है।
सौंफ : इस तरह आया भावों में उतार-चढ़ाव @ 2024
माह – भाव अप्रेल – 11400 मई – 11000 जून – 8700 जुलाई – 7000 अगस्त – 6000 सितंबर – 6800 अक्टूबर – 6700 नवंबर – 7300 दिसंबर – 8800
मंडी में आवक पर नजर डाले तो नवंबर महीने के 16 दिनों में जितनी आवक हुई, उतनी दिसंबर माह के दौरान 23 दिन खुली मंडी में भी नहीं हुई। दिसंबर के 31 में से 23 दिनों के दौरान मंडी में 1 लाख 80 हजार 266 क्विंटल कृषि जिंसों की आवक हुई। मंडी व्यापार एवं उद्योग संघ अध्यक्ष हस्तीमल डोसी ने बताया कि नवंबर माह के 16 दिनों में 3 लाख 4 हजार क्विंटल कृषि जिंसों की आवक हुई।
आवक कम हो रही तो बढ़ रहे इन जिंसों के भाव
वहीं, दूसरी तरफ मंडी में दिनों-दिन कम होती आवक के बीच मूंग, ग्वार सहित कृषि जिंसों के भावों में उछाल देखने को मिल रहा है। ताजा बात करें तो बुधवार को मंडी में मूंग के भाव 400 रुपए प्रति क्विंटल तक तेज रहे। जहां 7700 रुपए प्रति क्विंटल बिकने वाला मूंग 8100 रुपए प्रति क्विंटल तक बका। मूंग की उच्च क्वालिटी की कई ढेरियां 8300 रुपए तक भी बिकी।