हजारों लोगों से ठगी, रिपोर्ट किसी ने नहीं दी थानाधिकारी वेदपाल शिवरान ने बताया कि मनीष अब तक हजारों लोगों को ठगी का शिकार बना चुका है, लेकिन किसी ने भी थाने में इसकी शिकायत नहीं की, क्योंकि एक व्यक्ति से ठगी की राशि मात्र 999 रुपए है। इतनी छोटी राशि के लिए किसी ने थाने आने की जहमत नहीं उठाई।
ऐसे देता ठगी को अंजाम मनीष कोई आइआइटी होल्डर या कम्प्यूटरसाॅफ्टवेयर इंजीनियर नहीं है। वह कला वर्ग का छात्र है और नागौर के मिर्धा कॉलेज से राजनीति विज्ञान में एमए किया है, लेकिन दिमाग ऐसा है कि बड़े-बड़े ठग भी उसके आगे बौने साबित हो गए। मनीष ने पुलिस पूछताछ में बताया कि वह टेलीग्राम पर अलग-अलग चैनल बनाकर लोगों को फंसाता और ठगी करने के बाद चैनल बंद करके दूसरा शुरू कर देता। इसके लिए वह ऑनलाइन काम करने वाले यूजर के मोबाइल नम्बर वेबसाइट से लेकर उन्हें वाट्सएप पर मैसेज करता। फिर उन्हें टेलीग्राम चैनल से जोड़कर उनको दूसरे नम्बर को जोड़ने के लिए कहता। साथ ही यह लालच देता कि जितने ज्यादा लोगों को जोड़ोगे, आपको उतने ज्यादा पैसे मिलेंगे। इस काम को जो लोग करते, उन्हें ऑनलाइन यह भी बताया जाता है कि आपके इतने पैसे जुड़ गए हैं। 12 से 18 हजार रुपए होने के बाद उन्हें राशि निकालने (विड्रो) के लिए पहले 999 रुपए का रिचार्ज करने के लिए कहता, जिसके लिए अपने खाते का क्यूआर कोड भेजता। एक बार रुपए आने के बाद उससे बात करना बंद कर देता। चैनल के ज्यादातर लोगों से ठगी करने के बाद वह चैनल ही बंद कर देता।
इस नाम से बनाए चैनल थानाधिकारी ने बताया कि आरोपी ने उसने यूथ एनर्जी, ग्रो टूगेदर, फ्लाई विंग्स, विजन इंडिया जैसे चैनल बनाए और ठगी की। हर चैनल को लॉन्च करने का समय रखता। फिर उस पर ऊंचे ख्वाब दिखाने वाले वीडियो और मैसेज डालकर लोगों को आगे से आगे शेयर करने और चैनल से जोड़ने के लिए कहता। हर शेयर व नया सदस्य जोड़ने के बदले संबंधित के खाते में रुपए ऐड करता रहता। हालांकि यह केवल दिखाने के लिए करता, देता किसी को नहीं।
पांच मोबाइल व 18 एटीएम जब्त पुलिस ने मनीष के कब्जे से पांच मोबाइल फोन व 18 एटीएम जब्त किए हैं, जिनके माध्यम से वह ठगी करता। बड़ी मात्रा में सिम भी जब्त की हैं। रिचार्ज के नाम पर अलग-अलग खातों में रुपए डलवाता, ताकि पकड़ में नहीं आए।
पुलिस की सतर्कता से पकड़ में आया थानाधिकारी ने बताया कि मनीष के एक चैनल में 27 हजार लोग जुड़े हुए हैं। इस प्रकार के उसने कई चैनल बनाए और बंद कर दिए। कई लोगों से ठगी करने के बावजूद किसी ने शिकायत नहीं की। चार-पांच दिन पहले उन्हें मुखबीर से इस बारे में जानकारी मिली कि फलां तारीख को मनीष विड्रो खोलने वाला है। पुलिस ने मनीष के चैनल पर निगरानी रखनी शुरू की और जैसे ही उसने पैसे निकालने के लिए रिचार्ज करने को लेकर वीडियो डाला, उसे हिरासत में लेकर पूछताछ की, जिस पर उसने पूरी कहानी बयां कर दी।
पत्रिका व्यू… नए साल पर लें संकल्प जैसे-जैसे हमारी जिंदगी में डिजिटल का उपयोग बढ़ रहा है, वैसे-वैसे साइबर ठगी के मामले बढ़ रहे हैं। साइबर ठग नित रोज नए-नए तरीके निकालकर लोगों को ठगी का शिकार बना रहे हैं। हमें इस बात को समझना होगा कि कोई भी व्यक्ति बेवजह न तो धन दुगुना करके देता है और न ही पैसे देगा। इसलिए साइबर ठगी से बचने के लिए नए साल में हमें एक संकल्प करना होगा कि हम ऐसे किसी लालच में नहीं आएंगे, जो धन दुगुना करने या मैसेज शेयर करने पर पैसे देने की बात करता हो। ऐसे किसी लिंक पर भी क्लिक नहीं करेंगे, जिसमें पैसे कमाने के बारे में लिखा हो। क्योंकि पुलिस हर व्यक्ति के ऑनलाइन ट्रांजेक्शन पर नजर नहीं रख सकती।